नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, बिहार के 13 जिलों में इंटरनेट और मोबाइल सेवा बंद
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अग्निपथ मुद्दे पर सरकार से भाजपा है नाराज है जबकि विपक्ष मुद्दे पर प्रदर्शनकारियों को मौन समर्थन दे रही है अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में मचे भारी बवाल के बीच नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बिहार सरकार ने कई जिलों में इनटरनेट सेवा और मोबाइल सेवा को बंद कर दिया। बिहार के जिन जिलों में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट और टेलीकॉम सेवाएं बंद रहेंगी, उनमें कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली और सारण शामिल है। इन जिलों में 19 जून तक इनटरनेट सेवा बंद रहेंगी। साथ ही सोशल मीडिया एप्लीकेशन भी प्रभावित रहेगा।
बता दें कि बिहार में तीन दिनों से ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ नाराज युवाओं का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनों के कारण कई जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। भाजपा इस मुद्दे पर सरकार से नाराज दिख रही है उग्र भीड़ ने लखीसराय, समस्तीपुर और दानापुर में चार ट्रेनों और बेतिया और रोहतास में एक-एक रेल इंजन में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने पटना के बाहरी इलाके दीदारगंज में एक टोल प्लाजा और नवादा में एक पुलिस जीप को भी आग के हवाले कर दिया।
अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग पर बिहार के कई छात्र-युवा संगठन आइसा-इनौस, रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने 18 जून यानी शनिवार को एकदिवसीय बिहार बंद की घोषणा की है। इस बंद का राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने नैतिक समर्थन दिया है। एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने भी सैद्धांतिक समर्थन दिया है। इन संगठनों ने कहा कि सरकार इस योजना को वापस करने में जितनी देर करेगी, आंदोलन उतना ही विस्फोटक होता जाएगा और तब इसके लिए केवल और केवल सरकार ही जिम्मेदारी होगी।
संगठन के नेताओं ने मोदी सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ और युवाओं का मजाक उड़ाने वाली इस योजना को वापस नहीं लेती, तो 18 को बिहार बंद और फिर भारत बंद की ओर बढ़ेंगे। उक्त घोषणा इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अगिआंव विधायक मनोज मंजिल, आइसा के महासचिव व पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, इनौस के सम्मानित बिहार राज्य अध्यक्ष व डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा, इनौस के राज्य अध्यक्ष आफताब आलम ने संयुक्त रूप से की
राजद और वीआईपी ने किया बंद का नैतिक समर्थन
इधर, राजद और वीआईपी ने भी बंद का नैतिक समर्थन किया है। वीआईपी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए नई योजना अग्निपथ को लेकर युवाओं में उभरा आक्रोश यह साबित करता है कि देश की सेवा का सपना लिए हजारों युवा आज सड़क पर उतर गए हैं। लगातार विरोध के बावजूद सरकार ने अब तक प्रदर्शनकारियों से बातचीत नहीं की। उन्होंने कहा कि सरकार के अड़ियल रवैया के विरोध में शनिवार को वीआईपी बिहार बंद का नैतिक समर्थन करेगी।