ऋषभ कुमार की रिपोर्ट
रजौली (नवादा) प्रखंड मुख्यालय क्षेत्र में बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के आह्वान पर 29 सितंबर से सेविका-सहायिका अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चली गई। शुक्रवार को सेविका-सहायिका का हड़ताल 15वां दिन जारी रहा। बिहार राज्य सेविका सहायिका संघ के बैनर तले रजौली प्रखंड कार्यालय पहुंची और बाल विकास परियोजना कार्यालय के मुख्य गेट के सम्मुख बैठकर केंद्र तथा राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सेविकाओं ने कहा कि पूर्व में भी अपनी विभिन्न समस्याओं से संबंधित मांग पत्र संबंधित पदाधिकारी और जिला पदाधिकारी को देकर समाधान की मांग की गई थी।परंतु आज तक इस पर कोई पहल नहीं होने से सेविका और सहायिका हड़ताल तब तक रहेगा। जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगी। बाल विकास परियोजना के प्रखंड अध्यक्ष मुन्नी देवी ने के फिलहाल हमलोग का मुख्य रूप से पांच मांग है।अन्य राज्यो की भांति मानदेय में वृद्धि, सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार 3.45 वे एवं 46 वे श्रम संशोधन के अनुसार ग्रेच्युटी लागू किया जाय सेविका को 26 हजार एवं सहायिका बहनों को 13 हजार,4 सेविका- सहायिका के मृत्यु उपरांत अनुकंपा का लाभ 5 कार्य के घंटे 4 से बढ़ाकर 8घंटे निर्धारित हो।सचिव ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका हड़ताल पर जाने से। इसका असर बच्चों की स्कूल पूर्व शिक्षा और उन्हें मिलने वाला पोषाहार दोनों प्रभावित होगा।हड़ताल में शामिल होने वाले सेविकाओं में जसीनता कुमारी,अनिता कुमारी, पुष्पा कुमारी,सुनीता कुमारी,रीना कुमारी,आरती कुमारी,प्रीति कुमारी,बेबी कुमारी,सिंपी कुमारी,सोनी कुमारी,उषा कुमारी,मधु कुमारी सहित बड़ी संख्या में सेविका और सहायिका धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।