आनंद मार्ग ने स्वच्छ प्राकृतिक के लिए जिला कुष्ठ निवारण को कुष्ठ बस्तियां एवं कुष्ठ आश्रमों में रोपण के लिए दिए 100 पौधे
आनंद मार्ग एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स ने 2 दिन में बांटे 300 पौधे
हर व्यक्ति को पेड़ पौधे को परिवार के सदस्य के रूप में स्वीकार करना होगा : आनंद मार्ग
जमशेदपुर 2 अक्टूबर 2023
स्वच्छ भारत अभियान को समर्थन करते हुए 1 एवं 2 अक्टूबर को स्वच्छ प्रकृति के लिए आनंद मार्ग ने स्वच्छ प्राकृतिक के लिए जिला कुष्ठ निवारण को कुष्ठ बस्तियां एवं कुष्ठ आश्रमों में रोपण के लिए दिए पौधे, प्राकृतिक को स्वच्छ एवं शुद्ध रखने के लिए पर्यावरण का संतुलन आवश्यक है और इसके लिए सबसे जरूरी है पौधा का रोपण करना आज पर्यावरण असंतुलन के कारण ही पृथ्वी पर हर तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है
सोनारी कबीर मंदिर के पास एवं गदरा आनंद मार्ग जागृति में आनंद मार्ग एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर कि ओर से 2 दिन में बांटे गए 300 निशुल्क पौधे एवं
पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प भी दिलाया गया, हर व्यक्ति को पेड़ पौधे को परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार करते हैं प्राकृतिक को भगवान भगवान मानना ही होगा
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर से से पिछले 15 सालों से आज तक लगभग 1लाख 50 हजार से भी ज्यादा पौधा का निशुल्क वितरण किया जा चुका है
आनंद मार्ग के सुनील आनंद का कहना है कि
आनंद मार्ग का कहना है कि जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है ,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है ,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं ,हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए , मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है इस विचार को
आदिवासी समाज स्वीकार करते हुए आगे बढ़ रहे हैं हम लोगों को इन लोगों के बीच सहयोग की आवश्यकता है , आनंद मार्ग हमेशा पर्यावरण के उद्देश्य से आदिवासी समाज के बीच मिलकर काम कर रहा है
पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा को संतुलित रखने के लिए आनंद मार्ग की ओर से बांटे गए हर तरह के पौधे