महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से अमरप्रीत सिंह काले ने शिष्टाचार मुलाक़ात की
अमरप्रीत सिंह काले ने महामहिम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति से शिष्टाचार मुलाकात कर सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रप्रेम से जुड़े कार्यों में प्रोत्साहन हेतु निवेदन करते हुए कहा कि अपने अति व्यस्त समय,दिनचर्या और कार्यक्रमों में मुझ जैसे साधारण व्यक्ति से मुलाकात के लिए अनुमति देने के लिए तहे दिल से सादर प्रणाम और आभार.
आप जैसी अभिभावक से मुलाकात ही जीवन में उत्साह का नूतन संचार करता है.
इस बहुमूल्य मौके पर मैं आपका ध्यान आदिवासी बहुल झारखंड प्रदेश, खासकर जमशेदपुर औद्योगिक शहर में शिक्षा, कला संस्कृति के संवर्धन और युवा पीढ़ी को नशा, हिंसा ,आदि भटकाव के रास्ते से बचाने के लिए अपनी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे छोटे -छोटे प्रयासों की ओर आपका ध्यान आकर्षित करते हुए आपका आशीर्वाद चाहता हूँ.
श्री काले ने कहा कि मैं हर हर महादेव सेवा संघ, नमन शहीदों के सपनों को, अर्पण, अटल विचार वाहिनी नामक संस्थाओं के जरिए अपने प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम संचालित करता रहता हूँ. यह जानते- समझते हुए कि यह प्रयास नाकाफी है लेकिन जब आपका आशीर्वाद प्राप्त होगा तब गिलहरी की तरह श्री राम सेतु निर्माण में किया गया योगदान जैसा अमिट छाप छोड़ सकता है.
*हर हर महादेव सेवा संघ हर वर्ष सावन की अंतिम सोमवारी को भजन संध्या का आयोजन हो या जाड़े में गरीबों और जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण,यह संस्था सबसे आगे रहती है. संस्था अभी तक *2.25 लाख से ज्यादा कंबल* वितरित कर चुकी है. कोरोना काल में हजारों लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के अलावा सम्मान पूर्वक कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार में भी हमारी संस्था ने भूमिका का निर्वाह किया ।
हर हर महादेव सेवा संघ तो सिर्फ एक शुरुआत थी, सेवा के पथ पर चलने के बाद हमे जहां सेवा सुख की झलक मिली वहीं महसूस हुआ कि रास्ता लंबा है और मंजिल दूर है .अतएव
चरैवेति…..चरैवेति…..का मूल मंत्र हमने याद कर लिया।
भारत युवाओं का देश है और बिना युवा शक्ति को जागृत किए देश को जागृत करना संभव नहीं है और इसी विचार ने आज से करीब *7* वर्ष पूर्व *नमन* नामक संस्था का जन्म हुआ. आरंभ में तो इसका उद्देश्य था युवाओं में राष्ट्रप्रेम की भावना को जगाना परंतु समय के साथ इसका फलक विस्तृत होने लगा. प्रत्येक वर्ष 23 मार्च शहीद दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक रूप से विशाल और रिकॉर्ड संख्या के साथ तिरंगा यात्रा निकालने के अलावा स्वतंत्रता सेनानियो से जुड़े विभिन्न दिवसों को मनाना प्रारंभ हुआ.आज हम ऐसे अनेक महान सपूतों के भी जन्म दिवस और शहादत को मनाते हैं जो वक्त के सफर में गुमनाम रहे। धीरे धीरे इस संस्था में हजारों युवा सदस्य जुड़ने लगे और फिलहाल यह संस्था *नशामुक्ति और अन्य सामाजिक कुरीतियां* से लड़ने में अपनी भूमिका निभा रही है.
राष्ट्र प्रथम की भावना को आत्मसात करते हुए आज से करीब 7 वर्ष पूर्व कुछ उत्साही युवकों के साथ शुरू की गई संस्था *अर्पण* ने तो समाजसेवा की भूख को और बढ़ा दिया, जबकि यह संस्था ब्लड डोनेशन कैंप के साथ शुरू हुई थी .आज प्रतिवर्ष जमशेदपुर में ही नही बल्कि संभवतः पूरे झारखंड में *भीषण गर्मी में 1200 यूनिट रक्त* इकट्ठा करने वाली पहली संस्था होगी। इसके साथ ही विभिन्न मलिन बस्तियों में शिक्षा के प्रसार सहित विभिन्न कार्य संस्था द्वारा किए जाते हैं। राष्ट्रीय पुरूस्कार और सम्मान से विभूषित
जमुना टुडू, छूटनी महतो जैसी समाजसेवियों की पहचान तथा सम्मान के शिखर पर ले जाने में हर हर महादेव सेवा संघ द्वारा काफी योगदान किया गया और उन्हें इस मंच से जोड़कर सुदूर जंगल क्षेत्र में भी नारी शक्ति की अलख जगाने में योगदान किया गया.
आपका कृपापूर्ण ध्यान आकर्षित करते हुए निवेदन है कि
झारखंड में *मूल परंपरागत कला – संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण* के लिए जमशेदपुर में एक केंद्र की स्थापना की जाय.
जमशेदपुर झारखंड, ओडिशा और सीमावर्ती छतीसगढ़,मध्यप्रदेश आदि प्रांतों के मूल निवासियों और औद्योगिक शहर होने के नाते सर्वथा उपयुक्त जगह है.
हमारा सांस्कृतिक मंच हर हर महादेव सेवा संघ जमशेदपुर में कला संस्कृति के क्षेत्र में सक्रिय है और इसके संस्थापक के नाते पूरे संघ की ओर से मैं अपना सहयोग प्रदान करने को इच्छुक हूं.
*शिक्षा:*
झारखंड, खासकर जमशेदपुर में प्लस 2 के बाद उच्च शिक्षा के लिए न उपयुक्त माहौल है, न उसके लायक शिक्षण संस्थान. महामहिम को ज्ञात है कि यहां युवाओं में मेधा की कमी नहीं और उन्हें उपयुक्त वातावरण उपलब्ध करा दिया जाय तो वे प्रांत, परिवार और देश का नाम रौशन कर सकते हैं. फ़िलहाल इसके लिए कम से कम एक *गाइड केंद्र* ही शुरू कराया जा सकता है.
इस केंद्र में बच्चों को करिअर के चयन और उसके बाद उनकी कोचिंग के लिए शिक्षकों और आवश्यक पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकती है.
खनिज सम्पदा के साथ यहां उपलब्ध मेधा का गुणात्मक दोहन नहीं हो पाने से या तो बच्चे भटकाव का रास्ता पकड़ लेते हैं या फिर पिछड़ जाते हैं.
*नशामुक्ति :*
झारखण्ड में इस समय नशीली वस्तुओं के सेवन का प्रचलन बहुत ज्यादा हो गया है. इसके सर्वाधिक शिकार युवा पीढ़ी के लोग हो रहे. सामाजिक स्तर पर हमारी संस्था “नमन ” इसके लिए समर्पित है. नशामुक्ति के लिए कानून में कड़ाई के साथ सामाजिक जागरुकता लाना जरूरी महसूस होता है.
*विधिक सलाह*
जैसा कि आपने जेल में छोटे छोटे साधारण मामलों में लंबे समय से बंद गरीब- गुरबो की दशा पर चिंता जाहिर की थी तो झारखंड के सुदूर देहाती और पट्टारी क्षेत्रों में ऐसे अनगिनत मामले हैं. अगर उन्हें *विधिक सहायता* प्रदान करने का एक अभियान चलाया जाए तो बेहतर मानव जीवन का उदाहरण बन जाएगा.
अंत में आपसे करबद्ध निवेदन है कि अगले वर्ष 2024 में शहीद दिवस 23 मार्च को आयोजित होने अखंड तिरंगा यात्रा सह शहीद सम्मान के कार्यक्रम में आप जमशेदपुर हमारे बीच पधारने की कृपा करें और अपने कर कमलों से इसे रवाना करें. इस कार्यक्रम में युवाओं को आपके संबोधन से निश्चित रूप से एक कारगर दिशा भी मिलेगी.
हनें पूर्ण विश्वास है की आपकी कृपापूर्ण उपस्थिति से आप जमशेदपुर शहर के हज़ारों युवाओं को अपना आशीर्वाद देंगी और उनका उत्साहवर्धन करेंगी, क्योंकि झारखंड और जमशेदपुर से आपका दिल का लगाव रहा है