महिला अधिवक्ता कुमारी ममता सिंह की जान को खतरा
जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय की महिला अधिवक्ता कुमारी ममता सिंह की जान को खतरा है. उनके साथ कभी भी कुछ हो सकता है. वर्तमान में शिव सिंह बागान एग्रिको थाना सिदगोड़ा जमशेदपुर में अपनी मां तथा नाबालिक दो बच्चों के साथ रह रही कुमारी ममता सिंह ने सीनियर एसपी को एक आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने कहां है कि उनकी जान-माल एवं सम्मान की रक्षा हेतु प्रशासनिक एवं वैधानिक संरक्षण एवं सुरक्षा हेतु सरकारी बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि वह पेशे से एक वकील हैं और फिलहाल कई चर्चित मामलों में पीड़ित पक्ष की ओर से पैरवी कर रही हैं. जिसमें बहुत चर्चित सहारा सिटी नाबालिक दुष्कर्म मामला भी शामिल है. इस मामले में मंत्री के भाई, डीएसपी एवं अन्य पुलिस अधिकारी जैसे नामचीन लोग अभियुक्त हैं. जिनके विद्वेश का शिकार बनने की आशंका है. महिला होने के नाते स्वाभाविक शारीरिक दुर्बलता के कारण राह चलते या काम के दौरान मेरे ऊपर प्रायोजित हमले अगर होते हैं तो मैं बचाव में असमर्थ हूं.
कोर्ट परिसर में हमले की हुई थी कोशिश
उन्होंने एसएसपी को याद दिलाते हुए लिखा है कि विपक्षी द्वारा कोर्ट परिसर में ही एक समय उनके साथ दुर्व्यवहार तथा मारपीट की कोशिश की गई थी. जिसकी शिकायत लिखित रूप से उन्होंने सीनियर एसपी से भी की थी. आगे उन्होंने बताया है कि पुलिस की मौजूदगी में भी उनके ऊपर एक बार हमला हुआ और पुलिस के ही वजह से वह बच पाई. मुझ पर और मेरे बच्चों पर भी आशंका है कि जानलेवा हमला किया जा सकता है. ऐसे में मेरा बचना मुश्किल है सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों से मेरी फेक आईडी बनाकर या फोटो शॉप पर मुझे बदनाम भी किया जा सकता है. मुझे देश के कानून तथा राज्य के अच्छे पुलिस अधिकारियों पर भरोसा है. उन्होंने प्रार्थना करते हुए अपने जान माल की रक्षा की गुहार लगाई है