टूटकर दो हिस्सों में बंटा 14 करोड़ की लागत से बना नवनिर्मित पुल
कृष्ण कुमार, बेगूसराय, बिहार
बिहार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गयी है. आये दिन नव निर्मित पूलों का धराशायी होना, सड़कों का बनने के साथ टूट जाना आम बात हो गयी है. ऐसा ही नजारा रविवार की अहले सुबह बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल प्रखंड अंतर्गत चौकी एवं विष्णुपुर अहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर बनी करीब चौदह करोड़ की लागत से निर्मित आरसीसी पुल महज एक साल में ही उदघाटन के पूर्व ही टूटकर दो हिस्सों में बंट गयी.
लोगों को धाराशायी हुई उक्त पुल के उद्घाटन का इंतजार था. दो दिन पूर्व यानि शुक्रवार को यह पुल दरक कर धंस गया था. जिस घटिया निर्माण कार्य पर पर्दा डालने का संवेदक सहित संबंधित विभाग के अधिकारी व इंजीनियर ने अथक प्रयास किया. बावजूद रविवार की अहले सुबह पुल का बिचला हिस्सा देखते ही देखते धाराशयी होकर नदी में समा गया. इससे स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है.
इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पुल के बनने से साहेबपुर कमाल प्रखंड के रहुआ, चौकी, विष्णुपुर अहोक पंचायत के 50 हजार से अधिक की आबादी को सीधा फायदा होता. साथ ही विष्णुपुर अहोक पंचायत के निवासियों का प्रखंड मुख्यालय एवं हाइवे से सीधा
कनेक्टिविटी बन जाती. इन पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने-जाने में करीब 15 किलोमीटर की दूरी कम हो जाती. ऐसे में क्षेत्र में कृषि, पशुपालन एवं व्यवसाय से लोगों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि शुरुआती दौर में ही स्थानिय लोगों ने घटिया पुल निर्माण का शिकायत
कई बार उच्चअधिकारियों से किया गया था. जिसे हर बार अनसुनी कर दिया गया. पुल टूटते ही राजद और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरु हो गया.