जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर जिले के शेरगढ़ इलाके में शादी समारोह में हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट केस में झुलसे पांच और घायलों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया. इसके साथ ही इस केस में मारे जाने वाले लोगों की संख्या 23 तक पहुंच गई है. अभी भी कई घायल जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.मृतकों में दूल्हे के माता-पिता समेत 9 बच्चे भी शामिल हैं. हादसे के घायलों की लगातार हो रही मौतों से भूंगरा गांव में चित्कारें ही चित्कारें गूंज रही हैं.
पुलिस के अनुसार हादसे में झुलसे लोगों का जोधपुर में इलाज चल रहा है. यह हादसा एक शादी समारोह के दौरान बीते 8 दिसंबर को हुआ था. उस समय पीड़ित परिवार के घर से बारात रवाना होने वाली ही थी कि वहां एक के बाद एक गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने लग गए. इससे वहां अफरातफरी मच गई. हादसे में 60 से ज्यादा लोग झुलस गए थे. बाद में सभी घायलों को जोधपुर लाया गया. उसके बाद वहां इलाज के कई दौरान 21 घायल दम तोड़ चुके हैं.
मंगलवार को पांच और घायलों की मौत हो गई. इससे मृतकों का आंकड़ा 23 तक पहुंच गया. इमनें दूल्हे की मां के बाद पिता सगत सिंह की भी मौत हो गई. मंगलवार को दम तोड़ने वाले घायलों में दूल्हे के पिता सगत सिंह समेत, आईदान , दिलीप कुमार और सुगन कंवर शामिल है. राहत भरी खबर ये है घायलों में से 2 को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इनमें चार वर्षीय वीरेंद्र और 3 वर्षीय तनवीर शामिल हैं. अभी करीब 30 लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं. उनका इलाज चल रहा है. इनमें 11 सामान्य वार्ड में और 19 आईसीयू में भर्ती हैं.
हादसे में मारे गए लोगों के लिए गहलोत सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा कर रखी है. वहीं अब विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग भी उठ रही है. मृतकों की संख्या लगातार बढ़ने से अब सामाजिक स्तर पर विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग उठाई जा रही है. इसको लेकर पीड़ितों के परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है. अस्पताल में मिलने वाले आने वाले जनप्रतिनिधियों तक अपनी बात रखकर इस मांग को दोहराया जा रहा है. इस संबंध में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के जरिए यह फरियाद पीएमओ तक पहुंचाई गई है.