बदलते लाइफ स्टाइल से लोगों को फिजियोथेरेपी इलेक्ट्रोथेरेपी की जरूरत पड़ रही है:डॉ संजय कुमार सिंह
कोल्हान में डॉक्टर संजय ने बनाई विशिष्ट पहचान
जमशेदपुर में फिजियोथेरेपी की बात हो और नालंदा फिजियोथेरेपी सेंटर के संचालक डॉ संजय कुमार सिंह की बात ना हो ऐसा संभव नहीं है डॉक्टर संजय ने जमशेदपुर ही नहीं बल्कि कोल्हान में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है इलाज करने की पद्धति और अपनी गुणवत्ता के कारण फिजियो थेरेपी कराने वाले मरीजों के बीच उन्होंने जो विश्वास पैदा किया है
वह काबिले तारीफ है लोग यह कहने पर मजबूर हो रहे हैं कि दवा काम नहीं आने पर फिजियोथेरेपी कारगर साबित हो रहा है आज के दौर में
बदलते लाइफ स्टाइल के कारण लोगों को कई तरह की समस्याएं भी हो रही है|कंप्यूटर पर अधिक देर रात तक काम करना ,गलत तरीके से बैठना ,आराम तलब जिंदगी ,व्याम ना करने की आदत ,सिर झुका कर ज्यादा देर तक मोबाइल यूज करना और मानसिक तनाव के कारण लोग सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस,
फ्रोजन शोल्डर , लोअर पेन बैक जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं| एमजीएम अस्पताल के फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट में हर माह ऐसे मरीजों की संख्या 700 से 750 के आसपस होती है|
डिपार्टमेंट के डॉक्टर उमेश गोराई ने बताया कि डायबिटीज से ग्रसित लोग फ्रोजन शोल्डर के ज्यादा पीड़ित होते हैं| इसके अलावा सर्जरी के बाद भी लोगों को फिजियोथैरेपी की जरूरत होती है| एमजीएम अस्पताल की डॉक्टर अनीता ने बताया अब मशीन में कपड़ा सूखने के कारण महिलाओं का व्यायाम बिल्कुल बंद हो गया है |सिदगोड़ा में नालंदा फिजियोथेरेपी सेंटर के संचालक डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया कि बदलते लाइफ स्टाइल से लोगों को फिजियोथेरेपी इलेक्ट्रोथेरेपी की जरूरत पड़ रही है|
शहर में इस तरह के मरीज सर्वाधिक :
1.फ्रोजन शोल्डर में कंधे की हड्डियों को घुमाना काफी मुश्किल होता है |धीरे-धीरे यह दर्द शुरू होता है और फिर पूरे कमर को ब्लॉक कर देता है| ज्यादा ड्राइविंग के दौरान या घरेलू कामकाज के दौरान अक्सर यह दर्द होता है और कंधे को हिलाना डुलाना मुश्किल हो जाता है |इसमें हवा से ज्यादा फिजियोथैरेपी कारगार है|
2.ब्रेन स्ट्रोक पैरालाइसिस अटैक की स्थिति में कई बार एक तरफ का अंग काम नहीं करता है ऐसी स्थिति में फिजियोथेरेपी असरदार माना जाता है |नियमित फिजियोथैरेपी से काम नहीं करने वाले काम करने लगता है|ब्रेन स्ट्रोक के बाद अक्सर कोई अंग काम करना बंद कर देता है |
3.लोअर बैक पेन में कई बार दवा इससे असर नहीं करता है तो फिजियोथैरेपी काफी कारगर साबित होता है| इससे मरीज को दर्द से राहत मिलती है| फिजियोथेरेपी के दौरान कई तरह की एक्सरसाइज से मरीज को फायदा मिलता है 4.सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस इसमें गर्दन में स्थित रिड़ की हड्डियों में लंबे समय तक कड़ापन होने, गर्दन तथा कंधों में दर्द तथा जकड़ने के साथ सिर में दर्द होता है |यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ता जाता है|