बिहार के ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हुआ, प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में लगाई आग
इंटेलिजेंस सिस्टम फेल! ट्रेनों पर पथराव
प्रधानमंत्री जी, बेरोजगार युवाओं के संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए: राहुल गांधी
पटना, बिहार में केंद्र सरकार की सैन्य बलों में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ लगातार दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी
विधायकों पर हमले, पार्टी दफ्तर को फूंका… बिहार में ‘अग्निपथ’ की आंच में झुलस रही BJP, नीतीश मौन
बिहार में अग्निपथ पर बवाल जारी है। आरा से लेकर छपरा तक जमकर बवाल हुआ। छपरा में उग्र आर्मी अभ्यर्थियों ने 3 ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, पूरे बिहार में 5 ट्रेनों को आग के हवाले किया गया है। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने बीजेपी के दो-दो विधायकों पर हमला बोला। नवादा में बीजेपी ऑफिस में तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। मधुबनी से भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। इस पूरे प्रकरण पर बिहार के मुखिया नीतीश कुमार चुप हैं। हालांकि मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी विजेन्द्र यादव ने साफ कर दिया कि इस योजना से बिहार सरकार का कई संबंध नहीं
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश सरकार में मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि अग्निपथ स्कीम से जुड़ा मसला बिहार सरकार का नहीं है। खैर यहां तक तो सब ठीक है। लेकिन बिहार में दो दिन से जो हो रहा है, वह तो बिहार से जुड़ा हुआ है। सत्ताधारी पार्टी के दो-दो विधायकों पर हमला, बीजेपी ऑफिस में तोड़फोड़ और आगजनी कई सवाल खड़े करते हैं
प्रधानमंत्री जी, बेरोजगार युवाओं के संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नयी ‘‘अग्निपथ’’ योजना को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें बेरोजगार युवाओं की आवाज सुननी चाहिए और उनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ नहीं लेनी चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई सीधी भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हें ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।’’
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।