उत्तराखंड। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज उत्तराखंड अपनी मां से मिलने जा रहे हैं। योगी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, कैबिनेट मंत्रियों और प्रशासनिक अमले के साथ आज दोपहर 3 बजे यहां पहुंचेंगे। सबसे पहले अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण करेंगे, फिर मंच पर उनका स्वागत होगा। आखिर में वो लोगों को संबोधित करेंगे। उत्तराखंड के यमकेश्वर में उनका हेलीकाप्टर लैंड होगा। विथ्याणी गांव के महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में उनके स्वागत की भव्य तैयारियां चल रही हैं। उत्तराखंड के मंत्रियों से लेकर अधिकारी तक कार्यक्रम को बड़ा बनाने के लिए दिन-रात एक करके काम करते रहे हैं। 2 बुलडोजर और 50 लोगों की टीम मंच बना दिया गया है। सीएम के कार्यक्रम में 2500 लोगों के लिए खाने का इंतजाम किया गया है। योगी 28 साल बाद अपने गांव में रात बिताएंगे। जब से योगी के उत्तराखंड आने की डेट फिक्स हुई है, तब से उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री, डीएम, एसडीएम और तमाम अफसर एक्टिव हो चुके थे। कार्यक्रम स्थल और योगी के गांव में लगातार उनका आना-जाना लगा हुआ। योगी आएंगे तो उनके साथ एक बड़ा प्रशासनिक अमला भी होगा। उनके रुकने की व्यवस्था पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज संभाल रहे हैं। योगी के गांव से 50 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ 2 छोटे होटल हैं। इन दोनों होटलों को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पर क्षेत्रीय डीएम ने बुक कर लिया है। होटल मालिक पवन नेगी ने बताया कि उनको किसी अन्य व्यक्ति को बुकिंग ना देने का सख्त आदेश दिया गया है। योगी जिस कॉलेज में आ रहे हैं। योगी के बड़े भाई मानवेंद्र और उनके सबसे छोटे भाई महेंद्र प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया, “साल 1998 में ये महाविद्यालय योगी के निर्देशन में ही बना था। इससे पहले यहां के हजारों बच्चों को पढ़ाई करने ऋषिकेश और हरिद्वार जाना पड़ता था।”प्रिंसिपल ने आगे कहा, “साल 2005 में उत्तराखंड सरकार ने इसे राजकीय महाविद्यालय का दर्जा दे दिया है। कॉलेज परिसर में बने महंत अवैद्यनाथ का मंदिर भी योगी के निर्देशन में ही बना है। उनके यहां आने को लेकर उनके भाइयों समेत पूरा कॉलेज परिवार उत्साहित है।”योगी के कार्यक्रम वाली जगह से योगी के गांव पंचूर की दूरी केवल ढाई किलोमीटर की है। कॉलेज में मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम संपन्न होने होने के बाद शाम 5 बजे योगी अपनी मां और परिवार से मिलने अपने घर जायेंगे। शाम को वह अपने घर जाकर वहां रात्रि विश्राम कर सकते हैं।