प्रयागराज. उग्र प्रतियोगी छात्रों पर कथित पुलिसिया बर्बरता के मामले में प्रयागराज पुलिस ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. एसपी अजय कुमार पांडे ने बुधवार को बताया कि प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर हजारों की तादाद में छात्र एकत्रित हो गए थे. प्रदर्शनकारी छात्र रेलवे ट्रैक को जाम कर रहे थे, जबकि कुछ छात्र ट्रेन के इंजन में आग लगाने की फिराक में थे. उन्होंने बताया कि जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो मौके पर जवान पहुंचे थे और छात्रों को समझा-बुझाकर हटाया जा रहा था. प्रयागराज के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस बीच छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी. इसके बावजूद पुलिस धैर्य के साथ छात्रों को वहां से हटा रहे थे. इस दौरान उपद्रवी छात्र आसपास के इलाकों में छुप गए थे. एसपी अजय पांडे ने कहा कि ऐसे में उपद्रवी छात्रों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालना जरूरी था. इसके लिए बकायदा टीम बनाई गई थी, जिसे सफलता भी मिली. बता दें कि इस दौरान पुलिस पर हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ बर्बरता करने का आरोप लगा है. इस मामले में 6 पुलिसवाले को निलंबित कर दिया गया है.
प्रयागराज के SP ने बताया कि प्रदीप यादव और मुकेश यादव नामक दो नामजद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. हंगामे में 3 नामजद के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि राजेश सचान ने सोशल मीडिया पर भ्रमाक और उकसाने वाला पोस्ट फैलाया था. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है. बता दें कि इस मामले में कुछ वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें पुलिसवालों को अनावश्यक बल प्रयोग करते हुए देखा जा सकता है. पुलिस का कहना है कि प्रयागराज पुलिस का छात्रों से कोई झगड़ा नहीं है. पुलिस सिर्फ उपद्रवी तत्वों को पकड़ना चाहती है. गौरतलब है कि पुलिस ने 3 नामजद और तकरीबन 1000 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इनके खिलाफ 13 गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं.