विद्वेष और निहित स्वार्थ के चलते समाप्त की गई है जेएसआरए की मान्यता : दिवाकर सिंह
जमशेदपुर। झारखंड स्टेट राइफल एसोसिएशन (जेएसआरए) ने झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा जेएसआरए की मान्यता समाप्त किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे असंवैधानिक बताया है। जेएसआरए के अध्यक्ष दिवाकर सिंह ने बताया कि उन्हें विभिन्न माध्यमों से इस बात की जानकारी मिली है कि झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के सेक्रेट्री जनरल ने गत 30 दिसंबर को एक पत्र जारी कर उनकी मान्यता असंबद्ध यानि खत्म कर दी है। जिसको लेकर दिवाकर सिंह ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के सेक्रेट्री जनरल का यह कदम अनुचित है, क्योंकि मान्यता असंबद्ध करने के संबंध में कार्रवाई से पूर्व न तो उन्हें कोई शो कॉज नोटिस दिया गया और न ही आज तक इस संबंध में कोई पत्र दिया गया है। सर्किट हाउस एरिया स्थित राइफल क्लब परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने बताया कि उनकी संस्था झारखंड स्टेट राइफल एसोसिएशन (जेएसआरए) नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) नई दिल्ली से संबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि संविधान में झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन को यह अधिकार नहीं दिया गया है कि वह मान्यता असंबद्ध कर सके। इसके बावजूद कार्रवाई की गई है, जो अनुचित के साथ ही पूरी तरह असंवैधानिक है। उन्होंने बताया कि कोई भी कार्रवाई करने की एक प्रक्रिया होती है, जिसका झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन ने पालन नहीं किया। कार्रवाई से पूर्व नोटिस जारी करते हुए पूरी जानकारी ली जाती है। इस संबंध में यह प्रक्रिया नहीं अपनाए जाने से स्पष्ट है कि झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन ने किसी विद्वेष और निहित स्वार्थ के चलते यह कदम उठाया है। उन्होंने झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव गलत ढंग से किया गया, जबकि 19 दिसंबर 2021 को धनबाद में संपन्न हुए एजीएम में चुनाव हुए ही नहीं। आब्जर्बर की देखरेख में आपसी सहमति से कमिटी का गठन किया गया। जेएसआरए के अध्यक्ष दिवाकर सिंह ने ओलंपिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों से इस मसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन, नेशनल राइफल एसोसिएशन, खेल विभाग झारखंड व झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन को पत्र लिखकर वास्तविक स्थिति से अवगत कराया है। प्रेसवार्ता के दौरान जेएसआरए के सेक्रेट्री जनरल उत्तम चांद के अलावा कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।