ब्यूरो प्रिंस कुमार मिठू
मधेपुरा/ घैलाढ़:- प्रखंड क्षेत्र के भतरंधा परमानपुर पंचायत के वार्ड नंबर 17 जागीर परमानपुर में 10+2 उच्च विद्यालय का निर्माण किया जा रहा है लेकिन अफसोस की बात यह है की संवेदक द्वारा कार्यो में सरकार के बनाए गए मानक की अनदेखी की जा रही है।
विद्यालय का काम शुरुआत होने से पहले योजना के कार्य में प्राक्कलन बोर्ड नहीं लगाया गया है। काम शुरुआत करने से पहले यहां प्राक्कलन बोर्ड लगाने की जरूरत नहीं समझी गई। इसके चलते कार्य योजना का नाम, प्राक्कलित राशि, निर्माण समय सहित कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई। जिससे कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब हो कि, सरकार द्वारा कार्य में पारदर्शिता को लेकर किसी भी योजना का कार्य शुरू करने से पहले योजना के नाम से लेकर प्राक्कलित राशि समेत अन्य जानकारी अंकित कर निर्माण स्थल पर बोर्ड लगाना अनिवार्य है। इसके लिए विभिन्न प्रकार के बोर्ड हेतु अलग-अलग राशि भी निर्गत होती है। लेकिन विद्यालय की सभी कार्य बगैर प्राक्कलन राशि का बोर्ड लगाए धड़ल्ले से किए जा रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण वार्ड नंबर 17 परमानपुर जागीर में 10+2 उच्च विद्यालय जो बन रहा है उस योजना का है।
आपको बता दूं कि जो हमारे पत्रकार की टीम भतरंधा परमानपुर पंचायत के वार्ड नंबर 17 परमानपुर जागीर पहुंची तो वहां देखा गया कि ना तो योजना करने से पहले ना कोई बोर्ड लगा हुआ है और तो और जहां पर काम हो रहा था जब उस जगह पर जाकर देखा गया तो बिना सीमेंट का ही बालू और गिट्टी मिलाकर जमीन पर बिछाए ईट पर पसारा जा रहा था! हद तो तब हो गई जहां पर 10+2 उच्च विद्यालय का निर्माण हो रहा है लेकिन 16 एमएम छड़ कहीं भी नहीं दिखाई दिया सिर्फ 12 एमएम छड़ ही दिखाई दिया, बालू और सीमेंट भी घटिया किस्म का यूज किया जा रहा था।
इस संबंध में संवेदक से संपर्क करने की कोशिश किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया जब इस संबंध में एच एम कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया, एचएम ने यह भी बताया कि उस स्कूल का एचएम हम नहीं हैं जो एचएम है जाइए उनको खोजिए,वहां पर काम करने वाले मिस्त्री और मजदूर से इस बाबत में पूछा गया तो उसने बताया काम काफी अच्छी तरीका से किया जा रहा है हम लोग एस्टीमेट के मुताबिक सभी काम कर रहे हैं बोर्ड भी हम लोग बहुत जल्द लगा देंगे।