नगर की विभिन्न जन समस्याओं को लेकर पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल नगर कार्यपालक पदाधिकारी से मिल कर ज्ञापन सौंपा
चन्दन शर्मा
बखरी ,बेगूसराय ।नगर पार्षद सिधेश आर्य, अशोक कुमार राय, प्रवीण कुमार जयजय,नीरज नवीन, सुबोध सहनी की अगुवाई में पार्षदों ने केन्द्र एवं राज्य प्रायोजित योजनाओं के क्रियान्वयन में बरती जा रही लापरवाही से ईओ को अवगत कराते हुए तेजी लाने की बात कही। नव पदस्थापित कार्यपालक कमलेश कुमार प्रसाद से सौंपे गये ज्ञापन पर चर्चा करते हुए भाजपा नेता नगर पार्षद सिधेश आर्य ने कहा कि सत्र 2014,15 एवं 16 में लगभग चार करोड़ की लागत से शहर में कुल 983 स्ट्रीट तथा 28 हाइमास्ट लाइटों का अधिष्ठापन कराया गया था। बाद में खराब होने पर 54 लाख रूपये उसे ठीक कराने में व्यय हो गये। अब बिहार सरकार के निर्देश पर उर्जा संरक्षण हेतु सभी स्ट्रीट व हाइमास्ट लाइट को एलईडी में बदलने के लिए भारत सरकार का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम ईईएसएल से करार हुआ है। बिहार सरकार के पहल पर किये गये एग्रीमेंट में 72 घंटे के अंदर खराब पङे लाइटों को नहीं बदलने की स्थिति में 25 रूपये प्रति पोल के हिसाब से पेनाल्टी का भी प्रावधान है। पार्षद श्री आर्य के अनुसार, लाइट बदली,मगर नहीं बदली है शहर में अंधेरे की सूरत। कंपनी द्वारा एलईडी लाइट में बदले गये कुल 1041 में से 293 स्ट्रीट लाइट ही जल रहे हैं। शेष साढे सात सौ लाइटें बीते दो वर्ष से बंद पङी हैं। जिससे 01करोड़ 36 लाख 51 हजार रूपये ईईसीएल को पेनाल्टी के रूप में नगर प्रशासन को देनी होगी। किन्तु कार्यालय की लापरवाही से विभाग को यह रिपोर्ट कभी भेजी ही नहीं गयी है कि शहर की लाइटें बंद पङीं हैं।
लगभग साढे चार करोड़ अधिष्ठापन तथा डेढ़ करोड़ बिजली बिल में अब तक खर्च होने के बावजूद शहर अंधेरे में डूबा हुआ है। पार्षदों ने शहर की सभी खराब पङे एलईडी लाइट को बदलने तथा नये सिरे से सर्वे कर इसकी रिपोर्ट विभाग तथा ईईसीएल को भेजे जाने का आग्रह किया। कार्यपालक पदाधिकारी ने इस बाबत कनीय अभियंता दिलीप कुमार के पर्यवेक्षण में बंद पङे लाइटों का पुनः सर्वे कर एक सप्ताह के अंदर इसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। पार्षद नीरज नवीन ने बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी नल जल योजना के क्रियान्वयन में बरती जा रही कोताही का मामला उठाते हुए कहा कि कुल 06 करोङ की योजना मद में लगभग डेढ़ करोड़ की राशि की निकासी भी हो गयी। पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार पासवान ने जाते जाते लगभग 67 लाख रूपये का रनिंग बिल भी काट दिया। बाबजूद शहर के पांच प्रतिशत घरों में भी नल से पानी नहीं टपका।पार्षद अशोक कुमार राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके वार्ड में तो अब तक कार्य प्रारंभ भी नहीं हुआ। किन्तु कागज़ पर ही कनेक्शन दिखा कर रूपये की निकासी हो रही है। उन्होंने बिना कार्य के एमबी बुक करने वाले अभियंता तथा निकासी करने वाले पदाधिकारी के खिलाफ विभाग को लिखने की बात करते हुए कहा कि ऐसे ही लोगों के कृत्य से सरकार की छवि खराब होती है। पार्षद प्रवीण कुमार जय ने वर्ष 2020 में निविदा किये जा चुके कुल 176 योजनाओं में अधिकांश के अब तक प्रारंभ नहीं किये जाने की चर्चा करते हुए कहा कि संवेदक को इस बाबत कार्यालय से नोटिस किया जाना चाहिए। वहीं पार्षद सुबोध सहनी ने जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र में होल्डिंग टैक्स की अनिवार्यता समाप्त किये जाने के सामान्य बोर्ड के प्रस्ताव को कार्यरूप देने की मांग करते हुए कहा कि राजस्व वसूली नगर की नियमित प्रक्रिया है। जिसे कर संग्राहकों द्वारा अनवरत किया जाना है। किन्तु मृत्यु के समय कबीर अंत्येष्टि योजना की राशि नहीं मिल पाती है, बजाय नगर प्रशासन होल्डिंग टैक्स वसूली की बात करता है, जो अस्वीकार्य है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल पार्षदों ने मुख्य बाजार से जल निकासी व मुख्य नाले का निर्माण, नाम जोङे जा चुके लाभुकों को नया राशन कार्ड निर्गत करते हुए अनाज देने हेतु पत्राचार करने, कबीर अंत्येष्टि योजना की राशि देने में बरती जा रही लापरवाही तथा शहर की सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए भी ईओ से विस्तृत चर्चा की। नव पदस्थापित कार्यपालक कमलेश कुमार प्रसाद ने समस्याओं के निष्पादन हेतु कार्य योजना बनाने एवं सभी माननीय पार्षदों के सहयोग से बखरी नगर परिषद् को और अधिक विकासशील बनाने की बात कही। बोले, उनके द्वारा लगातार सभी वार्डों में चल रही योजनाओं का निरीक्षण किया जा रहा है। कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा और लापरवाही करने वाले पर कारवाई होगी।