Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » चीनी राष्ट्रपति के दूत से मिलने के बाद प्रचंड ने भारत से मदद मांगी
    Breaking News Headlines अन्तर्राष्ट्रीय

    चीनी राष्ट्रपति के दूत से मिलने के बाद प्रचंड ने भारत से मदद मांगी

    Devanand SinghBy Devanand SinghDecember 30, 2020No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

    नई दिल्ली. नेपाल के संसदीय दल के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अब भारत, अमेरिका और यूरोप से नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के विभाजन को रोकने में मदद मांगी है. प्रचंड ने नेपाल के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, स्पीकर सहित कम्युनिस्ट के सभी शीर्ष नेताओं से मुलाकात की, लेकिन उन्हें विभाजन को रोकने के मामले में कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था इसलिए अब उन्होंने आगे बढ़कर भारत, अमेरिका और यूरोप से पूर्व प्रधानमंत्री केपी. शर्मा ओली के कदम का विरोध करने को कहा है. नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के विभाजन को रोकने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नेपाल में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल को भेजा है.

    चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश विभाग उपप्रमुख नेतृत्ववाले प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद नेपाल के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रचंड ने कहा कि भारत हमेशा ही नेपाल के लोकतांत्रिक आंदोलन का समर्थन करता आया है. प्रचंड ने कहा कि नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा संसद विघटन करते हुए लोकतंत्र की हत्या किए जाने के बावजूद भारत की ख़ामोशी समझ से परे है.

    प्रचंड ने यह भी कहा कि दुनिया भर में खुद को लोकतंत्र का पहरेदार बताने वाला भारत अमेरिका और यूरोप के तमाम देशों की ख़ामोशी आश्चर्यजनक है. उन्होंने कहा कि अगर भारत सही में लोकतंत्र का हिमायती है तो उसे नेपाल के प्रधानमंत्री के द्वारा उठाए गए इस अलोकतांत्रिक कदम का विरोध करना चाहिए.

    हालांकि जब प्रचंड से चीन के समर्थन की बात पूछी गई तो कुछ भी जवाब देते नहीं बना. प्रचंड का भारत से मदद मांगना, चीन के प्लान का भी हिस्सा हो सकता है क्योंकि चीन, नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के विभाजन को रोकने के लिये प्रचंड को भी प्रधानमंत्री बनाने को तैयार है. चीन विभाजन को रोकने में असफल रहा है इसलिये प्रचंड ने भारत के दखल की मांग की है.

    प्रचंड ने कहा कि अपने आपको लोकतान्त्रिक कहने वाले देश, पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी के सबसे बड़े प्रवक्ता के रूप में अपने आपको बताने वाले अमेरिका हो या यूरोप, या फिर भारत हो या कोई और देश सभी नेपाल के मामले में चुप हैं. उन्होंने कांतिपुर टीवी से बातचीत में कहा कि नेपाल में निर्ममतापूर्वक संविधान को कुचला गया है, असंवैधानिक तरीके से संसद की हत्या की गई है, लेकिन फिर भी ऐसे समय में लोकतंत्रवादी देश क्यों नहीं बोल रहे हैं?

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleबांग्लादेश नौसेना ने पांच जहाजों में 1,700 रोहिंग्या शरणार्थियों को एकांत द्वीप पर भेजा
    Next Article पिता पर 12 साल की बेटी से रेप का आरोप, मां ने दर्ज कराई एफआरआई

    Related Posts

    आनंद मार्ग ,ओमप्रकाश बजाज एवं सविता बजाज पुण्य स्मृति का संयुक्त रक्तदान शिविर में ईश्वर कोटि के 50 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया

    May 10, 2025

    विश्व हिन्दू परिषद जमशेदपुर महानगर के द्वारा तुलसी भवन बिस्टुपुर में, माता सीता का प्राकाटया दिवस मनाया गया

    May 10, 2025

    फ्लाईओवर निर्माण के क्रम में पाईपलाइन क्षतिग्रस्त विधायक सरयू राय ने पाइपलाइन तत्काल दुरुस्त करने को कहा

    May 10, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    अभी-अभी

    आनंद मार्ग ,ओमप्रकाश बजाज एवं सविता बजाज पुण्य स्मृति का संयुक्त रक्तदान शिविर में ईश्वर कोटि के 50 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया

    विश्व हिन्दू परिषद जमशेदपुर महानगर के द्वारा तुलसी भवन बिस्टुपुर में, माता सीता का प्राकाटया दिवस मनाया गया

    फ्लाईओवर निर्माण के क्रम में पाईपलाइन क्षतिग्रस्त विधायक सरयू राय ने पाइपलाइन तत्काल दुरुस्त करने को कहा

    पाक ने सीमाई इलाकों में सेना भेजी, जम्मू कश्मीर में स्वास्थ्य केंद्रों पर हमला किया: सरकार

    बहरागोड़ा में‌‌ अवैध बालू खनन पर छापा, दो ट्रैक्टर हुए जब्त

    मां धरती पर विधाता की प्रतिनिधि यानी देवतुल्य है

    भारत के सैन्य दृष्टिकोण में आया बदलाव महत्वपूर्ण

    ब्रांड मोदी से चलती है विरोधियों की भी रोजी-रोटीः प्रो.संजय द्विवेदी

    राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    शादी के अगले दिन ड्यूटी पर लौटा आर्मी जवान

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.