विधाता की श्रेष्ठ कृतियों में एक थे अटल बिहारी वाजपेयी: राजेश शुक्ल
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में 118 करोड़ की सम्मान निधि देकर अटल जी के सपनो को मूर्त रूप दिया है।
प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने कहा है कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री देशरत्न अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। अटल जी की स्वीकृति न केवल भारतीय जनता पार्टी बल्कि देश भर के राजनीतिक दलों में सर्व स्वीकार्य नेता के रूप में हुई थी। विदेश मंत्री बनने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार किसी ने भारत की भाषा हिंदी में भाषण देने का गौरव प्राप्त किया तो वह गौरव अटल जी ने प्राप्त किया था।
श्री शुक्ल ने आज राष्ट्रीय अटल विचार संस्थान दिल्ली द्वारा आयोजित देशरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर वेबिनार में विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि अटल जी की दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते पोखरण का परमाणु विस्फोट करके परमाणु शक्तियो की तालिका में भारत को समाहित करने का कार्य किया गया। देश के इतिहास में अटल जी का नाम सदैव अमर रहेंगा। वे विधाता के श्रेष्ठ कृतियों में एक थे। उनमे महानता और सज्जनता का दुर्लभ संगम था।
श्री शुक्ल ने आज भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में 118 हजार करोड़ की सम्मान राशि भेजे जाने का स्वागत करते हुए कहा कि देशरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर देश के किसानों को सम्मान निधि देकर श्री मोदी ने जहा देशरत्न वाजपेयी को सच्ची श्रद्धा निवेदित किया है वही किसानों को सम्मान देकर अटल जी के सपनो को साकार किया है।
रविशंकर प्रसाद की माँ के निधन पर राजेश शुक्ल ने शोक जताया
झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और राज्य के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजेश कुमार शुक्ल ने भारत सरकार के विधि ,न्याय ,और सूचना प्रद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद की माता श्रीमती बिमला प्रसाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
श्री शुक्ल जो अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति के राष्ट्रीय महामंत्री भी है ने श्रीमती प्रसाद के निधन की खबर पाकर उनके सुपुत्र और भारत सरकार के विधि और न्याय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद से बात की तथा उन्हें सांत्वना दिया और कहा कि अधिवक्ता जगत इस कष्ट में आपके साथ खड़ा है।
श्री शुक्ल ने अपने शोक संदेश में कहा है कि कानूनी पेशे में रहने के कारण श्री रविशंकर प्रसाद से लंबे समय से उनके पारिवारिक संबंध है उनकी माता जी के निधन से हम सब दुःखी है। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रभु से प्रार्थना करते है।