अर्णब गोस्वामी के समर्थन में सड़क पर उतरे बेगूसराय वर्किंग जर्नलिस्ट के पत्रकार
बेगूसराय/अजय शास्त्री:-बेगूसराय में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी से देश भर के पत्रकारों में फैले आक्रोश के बीच बेगूसराय के पत्रकार भी सड़क पर उतर आए हैं। गुरुवार को बेगूसराय जिला पत्रकार संघ के बैनर तले पत्रकारों ने काली पट्टी लगाकर विरोध मार्च निकाला। हड़ताली चौक से शुरू विरोध मार्च नगर थाना चौक, कचहरी रोड, कचहरी चौक से कैंटीन चौक होते हुए समाहरणालय पहुंचा। इसका नेतृत्व करते हुए पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रो. शालिग्राम सिंह, ने कहा कि मुंबई की सरकार और वहां की पुलिस ने चौथे स्तंभ पर हमला किया है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर यह बहुत बड़ा कुठाराघात है, मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश है। मीडिया अगर कमजोर होता है तो लोकतंत्र भी कमजोर होगा। आज हम पत्रकारों को आत्ममंथन करने का समय आ गया है कि इस व्यवस्था के खिलाफ एकजुट होकर कैसे लड़ाई लड़ें। मुंबई पुलिस द्वारा जो हमला किया गया है वह केवल अर्नब पर ही नहीं, बल्कि पूरे पत्रकार जगत पर हमला है। अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी सुप्रीम कोर्ट के नियम के विपरीत ही नहीं, लॉ एंड ऑर्डर का खुलम खुल्ला उल्लंघन है, गिरफ्तारी का तरीका गलत है। पुलिस ने मनमानी करते हुए नाजायज तरीके से अर्नब गोस्वामी को ना केवल गिरफ्तार किया, बल्कि उसकी बेरहमी से पिटाई की और खूंखार आतंकवादियों की तरह वाहन में ले जाया गया। मुंबई की पुलिस हो या बिहार की पुलिस, वह अपराधियों को बैठा कर चाय पिलाती है, सम्मान से गाड़ी में ले जाती है। लेकिन देश के एक नामी पत्रकार के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जाना व्यवस्था पर काला कलंक है। हम बेगूसराय के पत्रकार अर्णव गोस्वामी और हिंदुस्तान के पत्रकार के साथ हैं। विरोध मार्च में वरिष्ठ पत्रकार अधिवक्ता गोपाल कुमार, अधिवक्ता पत्रकार राजेश कुमार, उपाध्यक्ष सुधांशु पाठक,वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया बेगूसराय के सदस्यअजय शास्त्री, सुमित वत्स, जितेन्द्र कुमार पवन बंधु सिन्हा, विजय झा, पंकज झा,जीवेश तरुण, अवधेश कुमार, अमित कुमार एवं अभिमन्यु कुमार समेत दर्जनों पत्रकार शामिल थे।