प्रशासन के नजर में आने के बाद भी चल रहा है सीमेंट रिबैगिंग का गोरखधंधा आखिर इस गोरखधंधे का कौन है, संरक्षक
चनपटिया । चनपटिया थाना के मुशहरी गाँव में सामुदायिक भवन के सामने एक बन्द गोदाम में खराब और रिजेक्टेड सीमेंट की बोरियों को इकठ्ठा करके उसकी पिसाई करके अलग -अलग सीमेंट कम्पनियों की नई -नई बोरिया बनाई जा रही थी।खराब सीमेंट से। लाफार्ज,कंक्रीटो,डालमिया,जेपी और बांगुर जैसे कम्पनियों की लेबल लगा नई -नई बोरिया बना के स्थानीय बाजारों में भारी मात्रा में बिक्री कराई जा रही है।जिसकी सूचना पर स्थानीय पत्रकार आलोक कुमार जब मामले की रिपोर्टिंग करने उस गोदाम पे पहुचे तो उक्त गोदाम में काम कर रहे लोगो ने पत्रकार के साथ धक्का मुक्की की और दुर्व्यवहार किया था ।मोबाइल छिनने का प्रयास किया भी गया व वीडियो नही बनाने दिया गया था। कुछ वीडियो डिलीट भी करा दिया था ।खबर कभर करने से पहले पत्रकार ने दूरभाष पे चनपटिया एमओ ,चनपटिया थानां अध्यक्ष और बेतिया अनुमंडल पदाधिकारी को इस गोरख धंधे की जनाकरी दे दी गई थी। इस घटना के बाद अनुमंडल पदाधिकारी बिधानाथ पासवान ने कहा कि मामले की जांच कर सबूतों के आधार पर उक्त कारोबारी के खिलाफ करवाई की जाएगी और उनके गोदाम को भी सील किया जाएगा।बताया जा रहा है कि कारोबारी रामचन्द्र प्रसाद बेतिया निवासी के ऊपर पूर्व में इसी तरह के कार्यो में अलग -अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज है। पिछले साल उक्त कारोबारी रामचंद्र प्रसाद गुप्ता द्वारा एक बांड भी 18 मार्च 2019 को बनाया गया था जिसमें कहा गया था कि मैं इस कारोबार को नहीं करूंगा जिसमें स्थानीय मुखिया त्रिवेणी शाह एवं सरपंच आदि के हस्ताक्षर भी थे उसके बाद भी अभी तक कारोबारी द्वारा गोरखधंधे का कारोबार अभी तक किया जाना प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं क्योंकि प्रशासन को कई बार सूचना देने के बाद भीें चल रहा है।