स्वयं सेवी संस्था ’’युगान्तर भारती’’ के कार्यकारी अध्यक्ष, अंशुल शरण की अगुवाई में राज्य के वरिष्ठ कलाकारों कलाविदों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्य सचिव, झारखण्ड रांची को सौंपा ज्ञापन
स्वयं सेवी संस्था ’’युगान्तर भारती’’ के कार्यकारी अध्यक्ष, अंशुल शरण की अगुवाई में राज्य के वरिष्ठ कलाकारों/कलाविदों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्य सचिव, झारखण्ड, राँची से उनके कार्याकल कक्ष में मिलकर एक ज्ञापन सौंपा। इस बात की जानकारी ‘युगान्तर भारती’ के कार्यकारी अध्यक्ष श्री अंशुल शरण ने दी। उन्होंने बताया कि कला हमारी आसपास की दुनिया की चिंताओं, खुशियों और विचारों को सार्थकता प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम है। श्री शरण ने बताया कि वैश्विक महामारी ‘कोविड- 19’ की वजह से झारखण्ड राज्य के सभी कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है न ही वो किसी कार्यशाला में भाग ले पा रहे है। सरकारी कार्यक्रम भी बंद है। जिससे स्वतंत्र कलाकारों की आर्थिक स्थिति बेहद ही खराब हो गई है। श्री शरण ने कहा कि राज्य के कलाकारों के 13 सूत्री मांगों को पत्र के माध्यम से मुख्य सचिव को अवगत् करा दिया गया है, जो निम्न है:-
1. राज्य के कलाकारों एवं कला-संस्कृति सहित मंदिरों, भग्नावशेषों, एतिहासिक स्थानों आदि को संरक्षण प्रदान किया जाय।
2. कला एवं संस्कृति से संबंधित रूपरेखा तैयार करने हेतु एक वार्षिक कैलेन्डर बनाया जाय। 3. झारखण्ड में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कला मेला का आयोजन किया जाय।
देश एवं विदेश के ख्यातिप्राप्त कलाविदों को उस मेले में आमंत्रित किया जाय।
4. कमिटि में कला, संगीत, शिल्पकार, वास्तुकार, पुरातत्वविद् आदि क्षेत्र के स्थानीय विशेषज्ञों को स्थान दिया जाय।
5. यह कमिटि राज्य के कला को संरक्षण प्रदान करने, उनका उत्थान करने, नये कलाकारों
को मंच प्रदान करने, कला-संस्कृति के क्षेत्र में रोजगार के अवसर तलाशने आदि विभिन्न मुद्दों पर काम करेगा।
6. सामायिक कलाकारों की कला को मान्यता दिया जाय।
7. यह कमिटि, राज्य विधान सभा, राज्य के सभी मंत्रालयों और अन्य सरकारी भवनों एवं राजधानी सहित राज्य के प्रमुख बड़े शहरों का सौन्दर्र्यींकरण करने में स्थानीय कलाकारों द्वारा निर्मित कलाकृतियों से ही सजावट की दिशा में काम करेगा।
8. कमिटि स्वायतशासी निकाय पद्धति पर कार्यरत हो, कमिटि के कामकाज पर बाहरी
हस्तक्षेप न हो।
9. कमिटि के गठन हेतु मध्य प्रदेश सरकार के माॅडल का अनुसरण किया जाय।
10. सूचना भवन स्थित आडेª भवन को एक हायरिंग कमिटि के अधीन किया जाय।
11. सुयोग्य कलाकारों को उचित कला संबंधित शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिलाने हेतु एक राज्य
स्तरीय कला एकेडमी का गठन किया जाय, जिसमें विभिन्न कलाओं से संबंधित छात्रों को स्नातक एवं मास्टर डिग्री प्रदान किया जाय।
12. सी.एस.आर. के तहत मिलने वाली राशि को कला के क्षेत्र में एक निश्चित अनुपात में
निवेश करने का निदेश व्यवसायिक प्रक्षेत्र को दिया जाय।
13. राज्य ललित कला अकादमी, संगीत नाटक अकादमी इत्यादि के तर्ज पर राज्य में भी ऐसी अकादमियांे का गठन किया जाय।
श्री शरण के साथ वरिष्ठ कलाकार श्री हरेन ठाकुर, श्री रामानुज शेखर, श्री दिनेश सिंह सहित अन्य कलाकार भी उपस्थित थे।