प्रत्येक व्यक्ति के कोरोना जांच पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कर सकते हैं विचार
राज्य में कोरोना संक्रमण भयावह रूप लेता जा रहा है लोगों में शंका और आशंका घर कर गई है थोड़ा भी कहीं सर्दी बुखार अथवा अस्वस्थता का अंदेशा होता है लोग यह सोच कर परेशान हो जाते हैं कि कहीं वह कोरोना संक्रमण की चपेट में तो नहीं है ऐसे में धीरे धीरे राज्य सरकार की यह जरूरत बनती जा रही है कि राज्य के प्रत्येक नागरिकों का कोरोना टेस्ट कराया जाए राज्य सरकार को इस पर उचित निर्णय लेने की जरूरत है दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को यह घोषणा कर अन्य राज्यों को चौंका दिया कि वह राज्य के हर नागरिक का कोरोना टेस्ट कराने जा रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल थे श्री कुमार ने बताया कि पीएम से rt-pcr सैंपल जांच क्षमता बढ़ाने के लिए 2 को वार्ड 8800 मशीन के साथ 5000 ऑक्सीजन कंसट्रैटर और 3000 हाईफ्लो नोजल कैनुला उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना था कि बिहार में जांच अधिक होने से पॉजिटिव केस की दर 7.5 प्रतिशत से घटकर 5% आ गई है राज्य में मृत्यु दर सिर्फ 0.5 4% है बिहार में प्रतिदिन 75000 से अधिक सैंपललो की जांच हो रही है श्री कुमार ने प्रधानमंत्री को बताया की जल्द ही 10 rt-pcr मशीन और आरएन एक्स एक्सट्रैक्टर मशीन की खरीद होगी जिससे जांच की क्षमता में प्रतिदिन 5000 तक का इजाफा होगा मंगलवार को प्रधानमंत्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वार्ता के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी दबाव बनने लगा है कि वह राज्य के प्रत्येक नागरिकों का सैंपल टेस्ट कराएं जरूरत के हिसाब से मशीनों की और उपकरणों की खरीद हो ताकि लोगों में व्याप्त डर को खत्म किया जा सके और कोरोना इन मूलन की दिशा में राज्य आगे बढ़ सके वैसे तो राज्य के स्वास्थ और आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता का भी ध्यान इस ओर गया है और वह इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे बातचीत के बाद इस संबंध में निर्णायक फैसला लिया जाएगा