पेरिस. विश्व स्वास्थ्य संगठनने चेतावनी देते हुए कहा कि फिलहाल कोरोना वायरस की वैक्सीन बनने में और समय लगने वाला है. तब तक दुनिया को इसके साथ जीना सीख लेना चाहिए. डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रॉस अडहॉनम गीब्रीएसुस ने कहा है कि दुनिया को करोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा.
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर युवा ये समझ रहे हैं कि उन्हें वायरस से खतरा नहीं तो ऐसा गलत है. युवाओं की न सिर्फ संक्रमण से मौत हो सकती है, बल्कि वे कई कमजोर वर्गों तक इसे फैलाने का काम भी कर रहे हैं.
प्रेस कांफ्रेंस में टेड्रॉस ने कहा कि हम सभी को इस वायरस के साथ रहना सीखना होगा और हमें अपने और दूसरों के जीवन की सुरक्षा करते हुए, जिंदगी जीने के लिए जरूरी एहतियात अपनाने की ज़रूरत है.
उन्होंने कई देशों में फिर से जारी की गई पाबंदियों की प्रशंसा भी की. टेड्रॉस ने सऊदी अरब की लगाई पाबंदियों का जिक्र किया और सऊदी सरकार के कदमों की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह के कड़े कदम उठा कर सरकार ने उदाहरण पेश किया है कि आज के दौर की बदली हकीकत के साथ तालमेल बैठाने के लिए वो क्या-क्या कर सकते हैं.
टेड्रॉस ने कहा कि कोरोना से युवाओं को भी खतरा है, लेकिन कई देशों में युवा इसे सामान्य संक्रमण मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम पहले भी चेतावनी दे चुके हैं और फिर कह रहे हैं कि युवा भी कोरोना के कह से अछूते नहीं है, वो भी जोखिम में हैं. युवा भी कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं. वो भी मर सकते हैं और वो भी दूसरों में संक्रमण फैला सकते हैं. इसलिए उन्हे अपनी सुरक्षा के अलावा दूसरों की सुरक्षा के भी उपाय करने चाहिए.
टेड्रॉस ने कहा कि दुनियाभर के लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. उन्होंने अमेरिका, ब्राजील, भारत, साउथ अफ्रीका और कोलंबिया में बिगड़ते हालातों के प्रति भी चिंता जाहिर की है.