घाटशिला पोस्टमार्टम हाउस अघोषित रूप से बंद एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पड़ सकता है संक्रमण का खतरा
जिले के ग्रामीण इलाके घाटशिला में स्थित पोस्टमार्टम हाउस अघोषित रूप से बंद कर दिया गया है स्थिति यह बन गई है कि सड़ी गली लाश डी कंपोस्ट जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भेजी जा रही है इसके पीछे की कहानी यह है कि आमतौर पर जो भी अस्वाभाविक मौत के मामले घाटशिला पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम के लिए लाए जाते हैं उनका कोरोना संक्रमण की जांच आवश्यक मानी जा रही है पूर्णा जांच के नाम पर घाटशिला पोस्टमार्टम हाउस में बॉडी रखे जा रहे हैं दो से 4 दिन भी करो ना जांच में लग जाता है जिसकी वजह से डेड बॉडी डीकंपोज्ड होता है 100 से दुर्गंध फैलती है बीमारी का खतरा बनता है घाटशिला में डेड बॉडी को रखने के लिए क्रीचर की भी व्यवस्था नहीं है विभाग के इस लापरवाही का खामियाजा जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में तैनात डॉक्टरों और स्टाफ को भुगतना पड़ रहा है विभाग से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि अगर कोई कोरोनावायरस ऑडी घाटशिला पोस्टमार्टम हाउस में है और उसमें सड़न पैदा हो गई तो उस मटन का काम करने वाले स्टाफ को संक्रमण से बचाना कठिन ही नहीं असंभव भी हो जाएगा जो जान का खतरा बन सकता है ऐसे में विभाग को इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान देना निहायत जरूरी है जानकारी हो कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और टीएमएच को कोरोनावायरस संक्रमण जांच का केंद्र बनाया गया है इसलिए इस इलाके में आने वाले और स्वाभाविक मौत के मामलों की कोरोनावायरस बिना किसी परेशानी के करा ली जाती है और समय पर डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हो जाता है यही स्थिति घाटशिला में भी बनाए रखने की उम्मीद की जानी चाहिए समय रहते अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो संक्रमण का खतरा और भी बढ़ सकता है