नई दिल्ली. भारत के बाद पूरी दुनिया चीन के खिलाफ हो गई है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चाइनीज कंपनी हुवावे (Huawei) टेक्नोलॉजी पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस प्रतिबंध के बाद हुवावे अगले सात सालों तक ब्रिटेन में अपना 5जी कारोबार नहीं कर पाएगी. माना जा रहा है कि ब्रिटेन यह फैसला अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में लिया है.ब्रिटेन सरकार ने घरेलू टेलीकॉम कंपनियों से कहा है कि वे 2027 तक अपने 5जी नेटवर्क से चाइनीज कंपनी हुवावे के सभी उपकरणों को हटा दें. बता दें कि इसी साल जनवरी में ब्रिटेन सरकार ने कहा था कि हुवावे को 5जी नेटवर्क के संवेदनशील कोर से बाहर रखा जाएगा और अन्य क्षेत्रों में उसकी भागीदारी महज 35 फीसदी रहेगी, लेकिन अब सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है.ब्रिटेन सरकार के इस फैसले पर हुवावे ने अपने एक बयान में कहा है, ब्रिटेन के हर एक स्मार्टफोन यूजर के लिए यह एक निराशाजनक निर्णय है. यह फैसला ब्रिटेन को डिजिटली तौर पर पीछे ले जाने वाला है. हम उनसे इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेंगे. हमें यकीन दिलाते हैं कि हमारे प्रोडक्ट से राष्ट्र की सुरक्षा प्रभावित नहीं होगी.बता दें कि अमेरिका में अक्सर हुवावे को लेकर बवाल होता रहा है. अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि हुवावे स्मार्टफोन के जरिए देश के नागरिकों की जासूसी करती है और चीनी सरकार को निजी जानकारी उपलब्ध कराती है, हालांकि हुवावे ने इन आरोपों से हमेशा इनकार किया है.