हाथी मानव द्वंद को रोकने लोगों को किया जा रहा जागरूक, हाथी भगाओ दल का गठन भी
★वन विभाग एवं डब्लूपीएसजे संयुक्त रूप से चला रहे अभियान
सरायकेला वन प्रमंडल के चांडिल वन प्रक्षेत्र स्थित दलमा आसनबनी एवं दलमा रुगाई हाथी कॉरिडोर में विगत पांच वर्ष से हाथियों का आना जाना लगातार बढ़ रहा है। सबसे अधिक प्रभावित गांव की सूची में दलमा रुगाई के रामगढ़, जामदिह और रांगाटांड़ एवं दलमा आसनबनी में मिर्जाडीह गांव का नाम शामिल है। इससे पूर्व हाथियों के साथ रहने का अनुभव इन गांव के ग्रामीणों का कम रहा है। एक अनुमान के अनुसार, हाथियों का का झुंड बंगाल और ओडिशा से आते हैं। ऐसे में हाथी और मानव के बीच द्वंद में कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए सरायकेला वन प्रमंडल का चांडिल वन प्रक्षेत्र और वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखण्ड के संयुक्त तत्वाधान में प्रक्षेत्र में बसे गांव के लोगों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कोरोना को देखते हुए सामाजिक दूरी के अनुपालन के साथ आयोजित किये जा रहें हैं। इस कड़ी में शनिवार को दलमा आसनबनी एवं दलमा रुगाई हाथी कॉरिडोर के पांच गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
हाथी भगाओ दल रखेगा हाथियों को दूर
हाथी और मानव सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, उपरोक्त गांव में दो हाथी भगाओ दल का गठन हुआ। हर दल में सदस्यों की संख्या दस निर्धारित की गई है। दल के गठन में गांव के वरिष्ठजनों, वन समिति और युवाओं की सहमति ली गई। वन विभाग के पदाधिकारियों ने भी दल के गठन में सहयोग दिया। वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखण्ड एवं वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया द्वारा दल के बीच लांग रेंज टॉर्च, मास्क और साबुन का वितरण किया गया। टॉर्च के जरिय ग्रामीण रात में हाथियों को दूर से ही देख लोगों को सावधान करते हुए हाथियों को आवागमन हेतु सुरक्षित मार्ग प्रदान करेंगे। अब दल हाथियों से दूर रह कर अपने गांव और फसलों की रक्षा करने का प्रयास करेंगे।
ग्रामीणों को यह भी बताया गया
वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखण्ड के सचिव अभिषेक चौबे एवं वन विभाग के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि हाथी एक सामाजिक जीव है, जो झुंड में रहते हैं। झुंड का उद्देश्य अपने झुंड के लिए आहार, पानी, रगवास और सुरक्षा होती है। इनका विचरण इनके बच्चों की चाल पर निर्भर होती है। ग्रामीणों को बताया गया कि हाथी दिखने पर वन विभाग को इसकी सूचना दें, हाथियों के नजदीक कतई न जाएं, हाथी के साथ सेल्फी लेने की कभी कोशिश न करें, उन्हें नुकसान न पहुंचाएं। आप हाथियों का सम्मान करेंगे तो हाथी भी आपका सम्मान करेंगे।
इन अवसर पर संस्था के त्रि विक्रम नाथ शाहदेव, अखिलेश शर्मा, तापस कर्मकार, सोनू सिंह, वनपाल रघुवर सिंह मुंडा, उमेश सिंह मुंडा, रामगढ़ ग्राम प्रधान केपी सिंह, आसनबनी के उप प्रमुख प्रमोद उरवाँ व अन्य उपस्थित थे।