नई दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में चुनावी बिगुल फूंक दिया है. अमित शाह ने जन संवाद वर्चुअल रैली के जरिए पश्चिम बंगाल के कार्यकर्ताओं और लोगों को संबोधित किया. इस दौरान शाह ने बंगाल की 18 सीटों को चुनाव के लिहाज से सबसे ज्यादा अहम बताया.
अमित शाह ने बंगाल सरकार पर केंद्र की योजनाएं लागू न करने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी को चुनौती दी और कहा कि ये राजनीति की चीज नहीं है, राजनीतिक के कई और मैदान हैं आप मैदान तय कर लो, दो-दो हाथ हो जाएं. शाह ने कहा कि बंगाल में सत्ता बदलेगी और शपथ के एक मिनट के अंदर आयुष्मान भारत योजना बंगाल में लागू हो जायेगी.
अमित शाह ने कहा कि हम अपनी सरकार का हिसाब दे रहे हैं, ममता जी आप भी 10 साल का हिसाब बताइये, लेकिन बम धमाकों और बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत का आंकड़ा मत बताइयेगा. उन्होंने कहा कि 2014 से 100 से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं ने संघर्ष करते हुये अपनी जान गंवाई है. मैं उनके परिवारों को सलाम करना चाहता हूं. जब भी बंगाल के अंदर परिवर्तन का इतिहास लिखा जायेगा, इन कार्यकर्ताओं का नाम लिखा जायेगा.
उन्होंने कहा कि मैं बंगाल की जनता को ये कहना चाहता हूं कि भले ही भाजपा को 303 सीटें देशभर से मिली हैं, लेकिन मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए सबसे महत्वपूर्ण है बंगाल की 18 सीटों पर मिली विजय. जनधन खाते खोलने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुये अमित शाह ने कहा कि आज इस मुश्किल वक्त में 51 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपये डाला गया है.
इस दौरान अमित शाह ने कहा कोविड और अम्फान के कारण जिन लोगों की जान गई है, उन सभी की आत्मा की शांति के लिए मैं प्रार्थन करता हूं. जब भी जन संवाद का इतिहास लिखा जायेगा, इस वर्चुअल रैली की पहल को जरूर जगह दी जायेगी.गौरतलब है कि बंगाल में बीजेपी के सामने टीएमसी नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं, जो विपक्षी नेता के रूप में तमाम बड़े मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ खड़ी नजर आती हैं. इतना ही नहीं, सरकार को सीधे तौर पर चुनौती भी देती हैं. कई मौकों पर केंद्र सरकार से उनका टकराव सामने आ चुका है. कोरोना काल में भी ममता सरकार और केंद्र सरकार की टीम के बीच मरीजों की संख्या और मौत के आंकड़ों पर जमकर घमासान हुआ.