निजाम खान
*’’जिसे अपनों ने ठुकराया उसे एक गैर ने अपनाया साथ ही अतिथि का सत्कार दिया, हम आभारी हैं झारखंड सरकार एवं जामताड़ा उपायुक्त के, जिनके सार्थक पहल एवं नेकदिली से हमें अपने जिले में एक अतिथि के रूप में मुश्किल वक्त में आसरा दिया’’*
उक्त वक्तव्य मिहिजाम नगर भवन, हांसी पहाड़ी स्थित कोरंटाइन सेंटर में ठहरे निकटवर्ती राज्य पश्चिम बंगाल के नागरिकों का है जिन्होंने जिला प्रशासन, उपायुक्त,जामताड़ा को कोटि कोटि धन्यवाद दिया।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव व प्रसार को देखते हुए सम्पूर्ण देश में पूर्ण ताला बन्दी है ऐसे में कोरोना मरीजों की संख्याओं में लगातार वृद्धि व कोरोना के चेन को तोड़ने के उद्देश्य से सभी राज्य एवं जिले की सीमाओें को सील कर दिया गया है। इसी कड़ी में दिनांक 30 मार्च 2020 की संध्या को तीर्थयात्रियों का दल वे सभी झारखंड होते हुए उत्तमपुर, हुगली, पश्चिम बंगाल जा रहे थे। जिसमें 43 यात्रियों जिसमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं शामिल थे। यात्रियों से भरे बस को बंगाल सरकार के द्वारा उन्हें अपने सीमा में प्रवेश नहीं दिया गया एवं स्थानीय प्रशासन के द्वारा उसे बंगाल सीमा से वापस करते हुए झारखंड राज्य की सीमा में लौटा दिया गया। जिससे सभी यात्री इस कार्रवाई से काफी क्षुब्ध थे। जामताड़ा जिले की सीमा में प्रवेश करने के उपरांत जैसे ही उपायुक्त जामताड़ा को पता चला कि उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश के बाद नगर परिषद मिहिजाम, जिला प्रशासन के अन्य कर्मी ने तत्परता दिखाते हुए सभी यात्रियों को रेस्क्यू कर मिहिजाम नगर भवन स्थित कोरेंटाईन सेंटर में रखा गया।
जहां सर्वप्रथम उन सभी का मेडिकल टीम के द्वारा स्क्रीनिंग किया गया। तत्पश्चात सभी को नाश्ता-पानी उपलब्ध कराया गया।
कोरेंटाईन किये तीर्थ यात्रियों के जत्थे को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए उपायुक्त, जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.) के निदेश पर सभी तीर्थयात्रियों का अतिथि की तरह सत्कार किया जा रहा है। सभी को मूल-भूत सुविधाएं चाय, नाश्ता, दोपहर का खाना, बच्चों के लिए दूध, दवाई
चिकित्सकीय जांच आदि का नियमित व्यवस्था की गई है।
*छोटे बच्चे जब दूध के लिए बिलखने लगे*
उपायुक्त जामताड़ा को जैसे ही यह जानकारी मिली की बच्चे दूध के लिए रो रहा है। उपायुक्त ने नगर परिषद अध्यक्ष को निर्देश दिया कि बच्चे को दूध की जरूरत है नगर परिषद अध्यक्ष ने तुरंत ही दूध की व्यवस्था करवाया। बच्चा दूध पाकर ही चुप हुआ।
बुजुर्गों के लिए कोई हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज के मरीज हैं उसे जिला प्रशासन ने उनसे दवा की सूची लेकर दवा उपलब्ध कराया गया।
यात्रियों के दल में एक छोटी बच्ची को चिकेन पाॅक्स हो जाने पर तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई गई, साथ ही दल के कुछ बुजुर्ग यात्रियों को थोड़ी-बहुत स्वास्थ्य समस्या होने पर चिकित्सकों ने जांच कर उन्हें दवाई दी। सभी लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं तथा कोरेंटाईन सेंटर में बिना किसी समस्या के कोरेंटाईन अवधि को बीता रहें हैं।
कोरेंनटाईन किये गये तीर्थयात्रियों से जब बात की गई की सभी ने एक सुर में झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन, जामताड़ा के सभी अधिकारियों का एवं उपायुक्त जामताड़ा का कोटि-कोटि धन्यवाद दिया। कहा कि झारखंड सरकार के द्वारा इस विपदा की घड़ी में किये जा रहे कार्य सराहनीय है हम सभी याद रखेंगे इस बात को कि जब हमारी सरकार के द्वारा हमें अपने घर जाने नही दिया गया तब झारखंड सरकार एवं जामताड़ा प्रशासन ने हमें अपनाया एवं अतिथि के तरह आदर-सम्मान दिया।