कुंडहित प्रखंड के गांवों में नहीं है लॉक डाउन का असर
जामताड़ा: इस समय पूरा विश्व में कोबिड-19 कोरोना वायरस जैसे महामारी से भयभीत है।गौरतलब है कि इस बिमारी से निपटने का एक ही रास्ता है कि लोगों से दूरी बनाये रखना।एक-दूसरे के टच में नहीं आना।इसके लिये लोगों को अपने घरों के अंदर ही रहना होगा।इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री ने एक बहुत ही बड़ा महत्त्वपूर्ण फैसला लिया है।सरकार ने बीते 25 मार्च रात के 12 बजे से 21 दिनों के लिए पूरे भारतवर्ष में लॉक डाउन लगा दिया गया है।पर इसका असर ग्रामीण क्षेत्र में थोड़ा-सा भी नहीं दिख रहा है।लोग ऐसे इकट्ठा होकर बैठते देखे गये जैसे मानों विश्व में कुछ हुआ ही नहीं।बेख़ौफ़ लोग गली-मुहल्ले में घुम रहे हैं।लोग सब्जी व राशन भी भीड़ लगाकर ले रहे हैं।वही बच्चे भी जमावड़ा कर खेल खेलते देखे गये।सोमवार को राष्ट्र संवाद ने बिक्रमपुर,थालपोता,कालीपाथर,निजमानधारा,नवडीहा,आमडूबी,दामाधारा सहित दर्जनों गांवों का दौरा किया।जहां कहीं पर भी लॉक डाउन का असर नहीं देखा गया।कुछ गांव में लोग कैमरे से बचने के लिए भागते देखें गये।सुत्र की मानें तो कुंडहित प्रखंड क्षेत्र में गिने-चुने कुछ गांव छोड़कर लगभग सभी गांवों में लॉक डाउन का पालन नही होते देखा जा रहा है।बता दे लॉक डाउन को लेकर पुलिस प्रशासन भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है।लेकिन फिर भी लॉक डाउन का सही रूप से लागू करने के लिए प्रशासन को सख्ती बरतनी होगी कहने से इंकार नहीं किया जा सकता है।