निजाम खान
सदर अस्पताल में महिला मरीज की मौत के बाद परिजन ने डॉक्टर के साथ हाथापाई कर दी। घटना के बाद सिविल सर्जन मामले की जानकारी उपायुक्त जामताड़ा को दिए। जिसके बाद उपायुक्त ने पुलिस अधीक्षक से मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामले में डॉक्टर के साथ हाथापाई के कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
*क्या है मामला*
जानकारी के मुताबिक, 14 मार्च को एक महिला के झुलसने के बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान अस्पताल में मौजूद ड्यूटी डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने प्राथमिक उपचार किया और महिला को बेहतर इलाज के लिए बाहर किसी अन्य अस्पताल ले जाने का परामर्श दिया।
डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जामताड़ा सदर अस्पताल में बर्न यूनिट की व्यवस्था नहीं है। लिहाजा, बर्निंग से संबंधित जो भी मरीज सदर अस्पताल में आते हैं, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर इंस्टिट्यूशन रेफर कर दिया जाता है।
*सदर अस्पताल में नहीं है सुरक्षाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति*
बता दें कि जामताड़ा सदर अस्पताल में सुरक्षाकर्मी प्रतिनियुक्त नहीं है। पूर्व में जो सुरक्षाकर्मी थे, उन्हें यहां से हटा दिया गया है। पिछले दिनों अस्पताल सुरक्षा को लेकर उठे मामले पर सिविल सर्जन डॉक्टर आशा एक्का को *उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.)* ने निर्देश दिया था कि आप रिक्विजिशन दें, पेमेंट के आधार पर होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति कर दी जाएगी। लगभग 15 दिन के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस दिशा में पहल नहीं की गई। बुधवार को हुई घटना के संदर्भ में उपायुक्त श्री गणेश कुमार ने जानकारी के बाद सिविल सर्जन डॉक्टर आशा एक्का को तलब किया और मामले की जानकारी ली।
सिविल सर्जन डॉक्टर आशा एक्का, एसीएमओ एसके मिश्रा, सदर अस्पताल के डीएस चंद्रशेखर आजाद, डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने मिलकर उपायुक्त श्री गणेश कुमार को पूरे मामले की जानकारी दी। उपायुक्त ने मामले को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।