नई दिल्ली: आज राम मंदिर ट्रस्ट को मंजूरी मिल गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद लोकसभा में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने की घोषणा की. मोदी सरकार ने ट्रस्ट का नाम राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र दिया है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में घोषणा की कि हमने अयोध्या में राम मंदिर के विकास के लिए एक योजना तैयार की है. राम मंदिर निर्माण के लिए बने क्षेत्र को श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र नाम दिया गया है.लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने किया राम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान, कहा- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार तैयार की योजना.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि 67.03 एकड़ जमीन ट्रस्ट को दी जाएगी. पीएम मोदी ने कहा, भगवान श्री राम की स्थिली पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट पूर्ण रूप से ऑथराइज्ड होगा. साथ ही उन्होंने कहा, सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए यूपी सरकार से अनुरोध किया गया है.उन्होंने इस पर कार्य तेज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 87 दिन बाद इसकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक, इस ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, सभी धर्म के लोग एक हैं, परिवार के सदस्य सुखी समृद्ध हों और देश का विकास हो, इसीलिए सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा, अयोध्या में राम धाम के निर्माण के लिए सभी लोग एक स्वर में अपना मत दें.पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)राम मंदिर ट्रस्ट में दिगंबर अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान तीनों से एक-एक सदस्य को शामिल किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार इस ट्रस्ट से अपने आपको लगभग अलग रखना चाहती है, इसलिए किसी पदेन अधिकारी को इसमें जगह मिलने की गुंजाइश कम लग रही है, हालांकि कुछ पूर्व नौकरशाह नामित हो सकते हैं.