एसआईआर लोकतंत्र पर हमला, भाजपा के लिए काम कर रहा निर्वाचन आयोग दिसंबर में रामलीला मैदान में रैली
राष्ट्र संवाद संवाददाता
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर निर्वाचन आयोग पर बड़ा हमला बोला है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में आरोप लगाया गया कि एसआईआर लोकतंत्र को कमजोर करने की साज़िश है और निर्वाचन आयोग भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए काम कर रहा है।
बैठक के बाद खरगे ने कहा कि मतदाता सूची की शुचिता की रक्षा कांग्रेस का संकल्प है, लेकिन आयोग का व्यवहार “निराशाजनक” है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आयोग एसआईआर को “भाजपा का हथियार” बनने देता है, तो यह उसकी “सांठगांठ” मानी जाएगी। खरगे ने दावा किया कि कार्यकर्ता और बीएलओ हर स्तर पर फर्जी वोटिंग या वास्तविक मतदाताओं को हटाने की कोशिशों को बेनकाब करेंगे।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि एसआईआर का उद्देश्य समाज के कुछ वर्गों के मतदाता हटाना है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में जिस तरह मतदाता सूची में अनियमितता देखने को मिली, वैसा ही अब 12 राज्यों में दोहराया जा रहा है।
कांग्रेस ने घोषणा की है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में रामलीला मैदान में विशाल रैली कर निर्वाचन आयोग की भूमिका के खिलाफ देशव्यापी विरोध दर्ज कराया जाएगा।
उधर, निर्वाचन आयोग ने कहा है कि नौ राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों में अब तक 98.32% मतदाताओं को एसआईआर फॉर्म वितरित कर दिए गए हैं। एसआईआर छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित 12 राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों में जारी है। इनमें से कुछ राज्यों में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस की तीखी टिप्पणी हालिया बिहार चुनाव में करारी हार और वोट चोरी के आरोपों के बाद सामने आई है।


