छठ पर्व को लेकर प्रशासन अलर्ट:अनुमंडल पदाधिकारी ने गंगा नदी के दर्जनों खतरनाक घाटों का किया निरीक्षण , आस्था का महापर्व सुरक्षित तरीके से मनाने का किया अपील।
गौशाला, प्रखंड मुख्यालय सहित कई स्थलों पर अस्थाई छठ घाट का किया गया निर्माण।
तेघड़ा/ बेगूसराय
लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी जोरों पर है। खरना समापन के बाद छठ व्रती सोमवार को आज उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में हें वही गंगा के सभी 15 छठ घाट खतरनाक घाट के रूप में बना हुआ है। दल-दली और की गहराइयों से अनहोनी की स्थिति बनी हुई है इससे पूर्व भी कई घाटों में डूबने से लोगों की जान गई है।
छठ महापर्व को शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने अलर्ट मोड में तैयारी कर रही है। रविवार को
अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार एवं अंचलाधिकारी रविशंकर कुमार द्वारा दर्जनों घाटों के निरीक्षण और भौतिक सत्यापन के उपरांत उन्होंने बताया कि। सभी घाटों की स्थिति खतरनाक रूप में है। सभी घाटों पर खतरनाक घाट की चेतावनी बैनर, एवं रस्सी से ब्रैकेटिंग एवं आवश्यक पुलिस बल की व्यवस्था की गई है ताकि कोई अनहोनी ना हो सके।
*सुरक्षित पर्व मनाने को लेकर कई अस्थाई तालाब बनाए गए हैं*
एसडीएम ने बताया कि प्रशासन के द्वारा गौशाला के मैदान में दो अस्थाई पोखर, गुज्जी गाछी टोला वार्ड संख्या 18 में 100 फीट का पोखर, पवन टावर के बगल में एवं प्रखंड मुख्यालय के मैदान में अस्थाई तालाब बनाए गए हैं
*खतरनाक और प्रतिबंधित घाट*
रात गांव के सरकारी घाट, बिसौवा पुल घाट, ठाकुरबारी घाट, मिश्रा घाट, सरकारी घाट,आधारपुर के चिमनी घाट, अजगर बर घाट , अयोध्या मिथिला गंगा धाम घाट, बजलपुरा महादेव घाट, बजलपुरा घाट, सूर्य नारायण बोल्डर घाट, मघुरापुर बिचला घाट, बरौनी एक एवं बरौनी दो घाट एवं मघुरापुर पूर्वी घाट खतरनाक स्थिति में है। एसडीएम राकेश कुमार कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित घाटों पर व्रतियों को अर्ध्यदान करने की सख्त मनाही होगी। सुरक्षित पूजन के लिए माइकिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इन घाटों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती रहेगी, जो भ्रमणशील रहकर स्थिति पर नजर रखेंगे। एसडीएम ने बताया कि सभी छठ घाटों की बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से जारी है। घाटों पर गोताखोरों की टीम तैनात रहेगी, जबकि एडीआरएम की टीम भी उपलब्ध रहेगी ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे जोखिम भरे इन घाटों पर न जाएं। उन्होंने श्रद्धालुओं से प्रशासन द्वारा नवनिर्मित घाट एवं अपने परिवारों के साथ अपने-अपने घरों पर ही अस्थाई पोखर निर्माण कर आस्था के इस महापर्व को मनाने का आग्रह किया।


