राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर । झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद के निर्देश पर सिविल कोर्ट जमशेदपुर के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरविन्द कुमार पांडेय ने सोमवार को एमजीएम अस्पताल का भ्रमण कर निरीक्षण किया । इस दौरान प्रधान जिला जज के साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकार जमशेदपुर के सचिव श्री धर्मेन्द्र कुमार एवं जज इंचार्ज श्री सिद्धांत तिग्गा तथा डालसा के सहायक रवि मुर्मू एवं पीएलवी नागेन्द्र कुमार व संजीत दास भी उपस्थित रहे । प्रधान जिला जज श्री अरविन्द कुमार ने बीते शनिवार को एमजीएम अस्पताल में घटित घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन से बात किया और घटना स्थल तथा अस्पताल के जर्जर भवन का भी अवलोकन किया। उन्होंने अस्पताल के सुरिटेंडेंट डॉक्टर रमेश कुमार मंधान और वाईस सुरिटेंडेंट डॉक्टर नकुल चौधरी के साथ घटित दुर्घटना एवं अस्पताल के अन्य समस्याओं पर भी चर्चा किया और कहा कि हादसा में घायल हुए मरीज एवं मृतक के परिवार को चिन्हित कर उचित मुआवजा व अन्य लाभ दिलाने में डालसा हर संभव सहयोग करेगा । उन्होंने किसी भी तरह के समस्याओं के निदान के लिए डालसा से संपर्क करने की बात कही । जिला जज ने एमजीएम अस्पताल में घटित इस हादसे पर चिंता जाहिर करते हुए सुरिटेंडेट को आगे से सजक रहने की बात कही ,ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो सके । उन्होंने निरीक्षण के दौरान अस्पताल के अन्य जर्जर भवन को भी नजदीक से देखा जिसकी दीवार एवं छत दुर्घटना से खाली नहीं था । एमजीएम अस्पताल के हादसा में घायल व्यक्ति सुनील कुमार से मिलकर उनका हाल चाल जाने और एक दूसरी वृद्ध महिला रेणुका देवी जो टीएमएच में भर्ती है उसे भी देखने के लिए टीएमएच गए और उनसे मिलकर वस्तु स्थिति से अवगत हुए । एजीएम अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इस हादसे में तीन व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, जिनके परिजन को डालसा के पीएलवी के सहयोग से खोज लिया गया है । मृतक में श्रीचंद तांती जो सरायकेला का रहने वाला था उसके शव का आज पोस्टमार्टम कराकर पीएलवी नागेन्द्र कुमार के प्रयास से उसके परिजन को शौप दिया गया ।