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सारंडा जंगल में आईईडी विस्फोट , सीआरपीएफ बटालियन घायल
हाता टाटा मुख्य सड़क के मरम्मती को लेकर भाजपाइयों ने डीसी को दिया ज्ञापन
तेज रफ्तार ट्रैक्टर का स्टीयरिंग फेल, ईंट लदे ट्रैक्टर पलटा चालक दबा, सीआरपीएफ के जवानों और स्थानीय लोगों ने मदद कर निकाला बाहर
कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के नए कुलपति डॉo अंजीला गुप्ता ने किया पदभार ग्रहण
चक्रधरपुर प्रखंड झामुमो समिति के अध्यक्ष बने सन्नी उरांव
रामनवमी को लेकर
गिरीशडांगा में अखाड़ा की हुई बैठक
माझी पारागना महाल ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा सीओ को
गंगाडीह गांव में अस्टम प्रहर हरिनाम संकीर्तन शुरू
23 मार्च को शहीदों के सम्मान में आयोजित 10वीं अखंड तिरंगा यात्रा की तैयारी
जादूगोड़ा मे तूफान ने मचाई तबाही, आंधी में उड़े पत्थर से डाककर्मी अनिल मुंडा का फटा सिर,कई लकड़ी के बिजली पोल उखड़े , उड़े कई घरों के छत
यूसिल कॉलोनी में अभी भी जहां _ तहा गिरे पड़े है बिजली के पोल, दुर्घटना को कर रही है आमंत्रित
सारंडा जंगल में आईईडी विस्फोट , सीआरपीएफ बटालियन घायल
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला के सारंडा जंगल में जरायकेला थाना क्षेत्र के राधापोड़ा जंगल में एक बार फिर आईईडी विस्फोट हुआ है, जिसमें सीआरपीएफ 134 बटालियन के एस आई सुबोध कुमार घायल हो गये हैं। प्राथमिक उपचार के बाद हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें रांची भेजा गया है। पुलिस विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई।
सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग निकले। इसके बाद चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान यह विस्फोट हुआ। इसमें एक जवान को गंभीर चोट लगी है और उसे बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची भेजा जा रहा है। यहां बता दें कि सारंडा वन क्षेत्र में काफी संख्या में नक्सली कमांडर अपने दस्तों के साथ सक्रिय हैं। उन्होंने जगह-जगह आईईडी बिछा कर रखा है, जिस पर पैर पड़ते ही या हल्का सा प्रहार होते ही विस्फोट हो जाता है। इन विस्फोट में अब तक कई जवानों की जान जा चुकी है, तो काफी संख्या में ग्रामीण भी मारे हैं। हालांकि पुलिस ने हाल के महीनों में नक्सलियों के कई डंप को ध्वस्त किया है, जहां एक से बढ़कर एक भारी संख्या में विस्फोटक व अन्य समान मिले हैं। अब सुरक्षा बल नक्सलियों का पूरी तरह सफाया करने के लिए जोर-जोर से सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। गृह मंत्रालय ने भी माना है कि अब झारखंड में नक्सली सिर्फ सारंडा वन क्षेत्र में ही बच गए हैं, इसलिए इनका पूरी तरह सफाया करना जरूरी है।
हाता टाटा मुख्य सड़क के मरम्मती को लेकर भाजपाइयों ने डीसी को दिया ज्ञापन
राष्ट्र संवाद संवाददाता
पोटका। पूर्वी सिंहभूम जिला के महत्वपूर्ण हाता-टाटा मुख्य सड़क की स्थिति इन दिनों काफी जर्जर हो चुकी है। यह सड़क पोटका विधानसभा क्षेत्र का लाइफ लाईन माना जाता है। इस सड़क से प्रतिदिन हजारों छोटे बड़े वाहनों का आवागमन ओडिशा , चाईबासा सहित विभिन्न स्थानों के लिए होता है। हाता से टाटा नगर रेलवे स्टेशन तक सड़क में कई जगह बड़े बड़े गड्ढे हो चुके है,इस कारण आवागमन में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढायुक्त सड़क से कई लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। इस संबंध में मंगलवार को भाजपा युवा मोर्चा के जिला मंत्री गणेश सरदार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिले के उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपकर हाता टाटा जर्जर सड़क की अविलंब मरम्मतिकरण करने का मांग किए। प्रतिनिधिमंडल में जिला परिषद सदस्य सूरज मंडल,मुखिया देवी भूमिज,सुबोध झा,पोल्टू मंडल,उत्पल बोसउपस्थित थे।
तेज रफ्तार ट्रैक्टर का स्टीयरिंग फेल, ईंट लदे ट्रैक्टर पलटा चालक दबा, सीआरपीएफ के जवानों और स्थानीय लोगों ने मदद कर निकाला बाहर
राष्ट्र संवाद संवाददाता
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर
चक्रधरपुर-रांची मुख्य एन एच 75 ई सड़क असंतलिया गांव के समीप ईंट लदे ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण चालक ट्रैक्टर सहित दब गया । बाद में भीड़ देखकर तुरंत सीआरपीएफ के जवान आए और उसे कड़ी मेहनत के बाद बाहर निकाल कर इलाज के लिए चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल भिजवाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया । जानकारी के अनुसार कराईकेला थाना अंतर्गत
धातकीडी गांव से ट्रैक्टर चालक दुबराज प्रधान
ईंट लेकर चक्रधरपुर की ओर आ रहा था। अनुमंडल कार्यालय के पास पहुंचने पर ट्रैक्टर का स्टेयरिंग फेल हो गया। बताया जाता है कि ट्रैक्टर तेज रफ्तार होने के कारण ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर जाहिरा स्थल की दीवार तोड़कर अंदर घुस गया। इस दुर्घटना में दुबराज प्रधान ट्रैक्टर के नीचे दब गए और बुरी तरह घायल हो गए।घटना की सूचना मिलते ही सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान और स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मिलकर घायल दुबराज प्रधान को ट्रैक्टर के नीचे से निकाला और उन्हें अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। बताया जाता है कि ईंट भट्टा मालिक दुबराज प्रधान चक्रधरपुर में ईंट डिलीवरी करना था। लेकिन चालक नहीं आया तो वह खुद ट्रैक्टर के साथ मजदूर लेकर निकल गया। यह तो महज संजोग था कि तुरंत सीआरपीएफ का जवान आकर हाथों-हाथ से चालक को बाहर निकाल लिया। जिसे बड़ी घटना होने से टल गया। हालांकि इस दौरान दो मजदूर बाल बाल बच गया।
कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के नए कुलपति डॉo अंजीला गुप्ता ने किया पदभार ग्रहण
राष्ट्र संवाद संवाददाता
रामगोपाल जेना
चाईबासा
कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा को लंबे समय के बाद आखिरकार स्थायी कुलपति मिल गया। नये कुलपति डॉo अंजीला गुप्ता ने आज पदभार ग्रहण कर लिया। वह आज चाईबासा पहुंची और विभागीय प्रक्रिया पूरी करते हुए जिम्मेदारी संभाल ली। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बताया। कहा कि शैक्षणिक सत्र को नियमित करना, शिक्षकों और छात्रों की जरूरी समस्याओं और शिकायतों को दूर करते हुए विश्वविद्यालय को बेहतर स्थिति में लाना उनकी प्राथमिकता होगी। शिक्षकों की कमी, वोकेशनल शिक्षकों के वेतन भुगतान और अनुबंध विस्तारीकरण की समस्या के समाधान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अचानक से सब कुछ नहीं किया जा सकता है, लेकिन धीरे-धीरे पूरी व्यवस्था में सुधार होगा
चक्रधरपुर प्रखंड झामुमो समिति के अध्यक्ष बने सन्नी उरांव
तारकांत सिजुई चौथी बार बने सचिव
सन्नी के टीम में 49 लोग शामिल
छह जिला सदस्य बनाये गए
राष्ट्र संवाद संवाददाता
रामगोपाल जेना
कोल्हान / चक्रधरपुर
चक्रधरपुर झारखंड मुक्ति मोर्चा कमेटी का अनुमोदन हो गया है जिसमें अध्यक्ष के रूप में सन्नी उरांव सचिव तारकांत सिजुई
उपाध्यक्ष में श्याम मुंडा, दिकू गागराई और तुरी कोड़ा जबकि
संयुक्त सचिव में जयसिंह कायम, लोचन महली प्रभात महतो और सुरेश मुंडा, कोषाध्यक्ष में सुनील सुम्बरुई प्रखंड समिति की टीम में 42 कार्यकारिणी सदस्य,6 जिला सदस्य शामिल है
छह जिला सदस्य में विधायक सुखराम उरांव समेत भुवनेश्वर महतो, प्रदीप महतो, रामालाल मुंडा, बिनय प्रधान और सिकंदर पूर्ति शामिल है
रामनवमी को लेकर
गिरीशडांगा में अखाड़ा की हुई बैठक
– आकाश कुशवाहा बने अध्यक्ष
राष्ट्र संवाद संवाददाता
मुसाबनी- गिरीशडांगा
हनुमान मंदिर में राम नवमी को लेकर स्थानीय लोगों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता भोलानाथ कालिन्दी ने किया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धुमधाम के साथ रामनवमी मनाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। इसके सफल आयोजन के लिए रामनवमी अखाड़ा कमेटी का गठन किया गया। जिसमे संरक्षक शंकर कालिन्दी, भरत चन्द्र भकत, प्रधान सोरेन
अध्यक्ष आकाश कुशवाहा,
उपाध्यक्ष संजय पातर, कार्तिक बेलदार,
सचिव चौधरी उमेश सिंह,
सह सचिव बबलु सिंह,सुबराज कालिंदी,
भरत अग्रवाल,कोषाध्यक्ष दिकू कालिन्दी,
सक्रिय सदस्य दीपक पातर, अश्विनी पातर, अमित बेलदार, अजीत सरदार, प्रभात चक्रवर्ती, बासु कालिन्दी, सोनू पातर, अर्जुन मुंडा, बादल मूण्डा, अशोक कालिन्दी,
अमन कालिन्दी, अमानत कालिन्दी, मंगल कालिन्दी नित्या कालिन्दी, राजीव पातर, सेनापति कालिन्दी
रविन्द्र साह, रोशन सिंह, कृष्णा कालिन्दी, मानस महतो आदि शामिल हैं।
माझी पारागना महाल ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा सीओ को
राष्ट्र संवाद संवाददाता
मुसाबनी। माझी परगना महाल पावड़ा तोरोप के प्रतिनिधि मंडल में शामिल दर्जनों ग्राम प्रधान, माझी बाबा, पराणिक बाबा ने अंचल कार्यालय पहुंचकर अंचल अधिकारी ऋषिकेश मरांडी को मांग पत्र सौंपा। इस चार सूत्री मांग पत्र में मांग की गई है कि मरंग बुरु पारसनाथ पर्वत गिरिडीह जिला के पिरटांड प्रखंड में अवस्थित है, जो संथाल आदिवासियों का सर्वश्रेष्ठ देव स्थाल है। जहां मरांग बुरू को ईश्वर के रूप में सृष्टिकाल युगों से पारंपरिक पूजा पद्धति के तहत पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। यहां कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। परंतु मरांग बुरु सम्मेद शिखर जी पारसनाथ पहाड़ पर मांस मदिरा का क्रय विक्रय नहीं होता है। संथाल समुदाय द्वारा प्रथागत अधिकार के तहत जुग जाहेरथान एवं माझीथान में पूजा अर्चना करते हैं। इसलिए जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के द्वारा एक तरफ़ा एवं असंवैधानिक ढंग से बिना ग्राम सभा सहमति से जारी संशोधन मेमोरेंडम पत्र को अभिलंब वापस लिया जाए, निरस्त किया जाए। दूसरी मांग मरांग बुरु पारसनाथ पर्वत में जैन समुदाय के द्वारा अतिक्रमण किया गया है, झारखंड उच्च न्यायालय रांची 2004 के आदेश के अनुसार मात्र पहाड़ की चोटी में 86 डीसिमल भू भाग में जैन समुदाय का पूजा को पूजा की छूट दिया है, स्वामित्व नहीं है। परंतु पर्वत के चोटी में वन भूमि पर वन विभाग की मिलीभगत से 50 से भी अधिक मठ मंदिर अतिक्रमण कर बनाया गया है, आदिवासी मूल वासी एवं दलित समाज मांग करती है कि जैन समुदाय के द्वारा वन भूमि पर की गई अतिक्रमण की जांच हेतु एक सेवा निर्मित न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया जाए एवं उचित पहल करते हुए अतिक्रमण को अभिलंब हटाया जाए। तीसरी मांग के तहत आदिवासियों के पहचान के लिए झारखंड विधानसभा से पारित सरना धर्म कोड लागू किया जाए। चौथी मांग में स्वर्गीय अजय टुडू पूर्व मरांग बुरु संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष हत्याकांड की सीबीआई जांच कराई जाए। इस मांग पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री, राज्यपाल झारखंड, मुख्यमंत्री झारखंड, जनजाति कार्य मंत्रालय भारत सरकार, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली, जोसाई मार्डी सदस्य जनजातीय सलाहकार परिषद झारखंड को भी प्रेषित की गई है। इस मांग पत्र में कई ग्राम प्रधान, माझी बाबा, पराणिक बाबा की मोहर के साथ हस्ताक्षर भी किए गए हैं।
गंगाडीह गांव में अस्टम प्रहर हरिनाम संकीर्तन शुरू
राष्ट्र संवाद संवाददाता
पोटका। पोटका के गंगाडीह गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंगलवार को 9 वा अष्टम प्रहर अखंड हरिनाम संकीर्तन का शुभारंभ हुआ। इसके पूर्व स्वर्गीय लखि चरण कुंडू, स्वर्गीय अशोक कुंडू और स्वर्गीय काशीनाथ कुंडू की प्रतिकृति पर पुष्प देकर श्रद्धांजलि दी गई और धूप द्वीप प्रज्वलित की गई। इस अबसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दुलाल मुखर्जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी सुनील कुमार दे, कमल कांति घोष और सुधांशु शेखर मिश्र उपस्थित थे। मौके पर दुलाल मुखर्जी ने कहा,,हरिनाम करने से मन और शरीर पवित्र होता है। हरिनाम संकीर्तन में पुतलुपुंग, छोटा आमदा, डॉकरसाई,बहरागोड़ा, पुरुलिया और हेसलबिल कीर्तन मंडली ने भाग ले रहे हैं। इस अबसर पर राजू कुंडू,संजय कुंडू,प्रभात सुमुई,सुभाष दास, बीरा नंदी,फ़क़ीर कुंडू,पद्मावती कुंडू,भास्कर दे,स्वपन दे,बलराम गोप,कमल कांति घोष,दुलाल मुखर्जी, सुधांशु शेखर कुंडू,सुनील कुमार दे आदि उपस्थित थे।
23 मार्च को शहीदों के सम्मान में आयोजित 10वीं अखंड तिरंगा यात्रा की तैयारी
राष्ट्र संवाद संवाददाता
गम्हरिया।जमशेदपुर स्थित एग्रिको मैदान में आगामी रविवार, 23 मार्च को शहीदों के सम्मान में आयोजित 10वीं अखंड तिरंगा यात्रा की तैयारी को लेकर गम्हरिया के पूंजीडूंगरी, जगन्नाथपुर में एक बैठक की गई। बैठक में मुख्य रूप से नमन संस्था के संस्थापक सह कार्यक्रम के मुख्य आयोजक अमरप्रीत सिंह काले एवं गम्हरिया क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिक, कई युवा एवं महिलाएं उपस्थित थी। इस मौके पर बताया गया कि वर्ष 2016 में दिल्ली के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में देश विरोधी नारे लगे थे जिसके प्रतिकार में ‘नमन – शहीदों के सपनों को’ संस्था का गठन हुआ था और जमशेदपुर में अखंड तिरंगा यात्रा निकाली गई थी जिसमें भारत माता के जयघोष का नारा पूरे लौहनगरी में गूंजा था। तभी से प्रत्येक वर्ष अमर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस के शौर्यमय अवसर पर 23 मार्च को देशभक्ति से ओत- प्रोत अखण्ड तिरंगा यात्रा निकाली जाती है। इस मौके पर उंक्त तिरंगा यात्रा में इस वर्ष गम्हरिया क्षेत्र से भी सैकड़ो की संख्या में देधभक्तो द्वारा शामिल होने का निर्णय लिया गया।
जादूगोड़ा मे तूफान ने मचाई तबाही, आंधी में उड़े पत्थर से डाककर्मी अनिल मुंडा का फटा सिर,कई लकड़ी के बिजली पोल उखड़े , उड़े कई घरों के छत
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जादूगोड़ा : देर संध्या बारिश के साथ आई तूफान ने जादूगोड़ा क्षेत्र व उसके आस _ पास के क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। इधर तेज आंधी में बहकर आए पत्थर ने जादूगोड़ा के डाककर्मी अनिल मुंडा का सर फट गया।आनन फानन में उसे यूसिल अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाबत बताया जाता है कि जादूगोड़ा डाक कर्मी अपनी साइकिल से ग्वालकाटा पंचायत अंतर्गत अपने गांव बूटगोडा जा रहा था ।रास्ते ने नौरंग मार्केट के नजदीक उड़ कर आई पत्थर ने उसके सिर पर जा गिरा जिससे वह घायल हो गया। इसी तरह यूसिल कॉलोनी से सटे धर्म डीह गांव में भी तबाही का मंजर देखने को मिला व लकड़ी के बिजली पोल उखड़ गई व रात भर दुरुस्त करने में लगे रहे। पानी टंकी का ढक्कन, कई घरों के एस्बेस्टस की छत व मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। हाल में लगे बिजली के सीमेंट पोल भी उखड़ गए। इसके अतिरिक्त जादूगोड़ा से सटे गांव धीरोल पंचायत के नूतन डीह, बागो में भी तबाही हैं। यहां गाव के ही सोनेश्वर सरदार, राजेश सरदार, पुकरु सरदार,विष्णु सरदार रिंगू सरदार को एस्बेस्टस की छत तूफान में उजड़ गए व ग्रामीण खुले आसान के नीचे रहने को विवश है। तूफान ने यूसिल अस्पताल की रौनक ही खत्म कर दी। अस्पताल में शोभा के लिए रखे गमले टूट कर इधर उधर बिखर गए। दर्जनों पेड़ उखड़ कर आवागम ठप कर दिया। इसी तरह की तबाही यूसिल कॉलोनी देखने की मिली।कॉलोनी के जगह जगह पेड़ गिर जाने से आवागमन ठप हो गया। संपदा विभाग के अधिकारी श्री मंडल ने फॉर क्लिप मंगाकर रास्ते में गिरे पेड़ को हटाया तब जाकर आवागम सुचारू हो पाया। जादूगोड़ा समेत हजारों गांव में बिजली गुम हो गई है व पूरा पोटका प्रखण्ड अधंकार में डूब गया हैं। इधर बारिश के बाद हुई ओलावृष्टि ने मौसम का मिजाज बदल दिया है वहीं लोग गर्मी से राहत सॉस ली हैं।
यूसिल कॉलोनी में अभी भी जहां _ तहा गिरे पड़े है बिजली के पोल, दुर्घटना को कर रही है आमंत्रित
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जादूगोड़ा :यूसिल कॉलोनी जादूगोड़ा में तूफान की गुजरे 24 घंटे से ज्यादा गुजर गए
लेकिन सी टाइप शिव मंदिर जाने वाली मुख्य सड़क किनारे अभी भी जर्जर बिजली के पोल व तार गिरे पड़े है। मुख्य सड़क पर गिरे बिजली के पोल दुर्घटनाओ को आमंत्रित कर रहे है। देर रात तक कम्पनी के कई इलाके अंधेरे में डूबा हुआ है। जिससे लोगों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। कंपनी की लेट लतीफी कार्य प्रणाली की लेकर लोग नाराजगी व्यक्त करते हुए सवाल उठा रहे है।