जादूगोड़ा के डोमजूडी गांव में हाथियों ने मचाया उत्पात,लोहे का गेट तोड़कर घर में घुसे, बाल-बाल बची जान
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जादूगोड़ा :जंगलों में जानवरों का भोजन खत्म होने की वजह से हाथी जंगल से निकल कर गांव में घुस रहे है व उत्पात मचा रहे है। घटना बीती रात साढ़े नौ बजे जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के डोमजूडी गांव की है जहां हाथी ने भूख मिटाने के लिए डोमजूडी गांव के माझी टोला पहुंचे जहां घर का खिड़की तोड़कर अंदर व आंगन में रखे धान को चट कर आग बढ़े गए।
रास्ते में बाधक बनी रास बिहारी दास के मिट्टी नुमा चारदिवारी को तोड़ कर बगल में सो रहे जिला परिषद हिरण्य मय दास के लोहे का गेट को धक्का मार हाथी घर में प्रवेश कर गए।आंखों के सामने हाथी को गुजरते देख जिला परिषद हिरण्य दास भाग कर किसी तरह जान बचाई। भागने के क्रम में हाथी ने सीमेंट के दीवार को तोड़ सोलर पावर प्लांट होते हुए जमशेदपुर प्रखंड के खैरबानी में प्रवेश कर गया।घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
मुखिया अनीता मुर्मू की पहल पर वन विभाग हुआ सक्रिय
जादूगोड़ा : डोमजूडी पंचायत की मुखिया अनीता मुर्मू के डोमजुडी में हाथियों के दस्तक की सूचना के बाद उन्होंने क्षेत्र के डी एफ ओ आलम अंसारी, जादूगोड़ा थाना प्रभारी राजेश कुमार मंडल से संपर्क साधा जिसके बाद रात में ही मानगों वन क्षेत्र के वनकर्मी हरकत में आए व रात पर हाथियों के रूट पर नजर गड़ाए रखा।बाद में सुरक्षित स्थान पहुंचा वन विभाग ने राहत की सास की
मानगो वन क्षेत्र के रेंजर दिग्विजय सिंह का रात भर नहीं लगा फोन
जादूगोड़ा : जिला परिषद हिरण्य मय दास ने आरोप लगाया कि गांव में हाथियों के प्रवेश को रोकने व उसे सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर मानगो वन क्षेत्र के रेंजर दिग्विजय सिंह से रात भर संपर्क करता रहा, लेकिन एक बार भी उनसे संपर्क नहीं हो पाया। जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की तथा कहा कि क्षेत्र के रेंजर का फोन रात में संपर्क नहीं होना दुखद व दुर्भाग्य पूर्ण बताया।इस बाबत पूछे जाने पर रेजर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं क्षेत्र से बाहर हूं। हाथी का अपडेट से अनभिज्ञ है।
महेश्वर मुर्मू का दो बोरा धान चट गए हाथी
जादूगोड़ा: तूरामडीह यूरेनियम प्रोजेक्ट से सटा गांव तालसा में उत्पात मचाने के बाद खुखड़ाडीह गांव होते हुए रात को हाथी डोमजूडी में आ धमका। यहां घर के कमरे की खिड़की को तोड़कर रखे दो बोरा धान समेत आंगन की धान को चट कर गया। इधर पीड़ित परिवार महेश्वर मुर्मू व जिला परिषद हिरण्य मय दास ने वन विभाग से क्षतिपूर्ति देने की मांग वन विभाग सेउठाई है।