साइबर फ्रॉड रोकना है तो जागरूकता और समझदारी के साथ करें स्मार्ट फोन और सोशल साइट्स का प्रयोग
राष्ट्र संवाद संवाददाता
रंभा शैक्षणिक संस्थान समूह में आज साइबर डिजिटल अरेस्ट और साइबर क्राइम से बचाव के संबंध में एक अवेयरनेस सेशन का आयोजन किया गया । सेशन का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन और दीप मंत्र के साथ किया गया । सभी सम्मानित अतिथियों को उत्तरीय, नव वर्ष डायरी और पौधा देकर सम्मानित किया गया।
इस सेशन में प्रमुख रूप से इंस्पेक्टर श्रीनिवास कुमार , थाना इंचार्ज, साइबर थाना जमशेदपुर ने कहा कि साइबर क्राइम के मूल में दो ही बातें हैं एक तो भय और दूसरा लालच ।जब भी फोन से कोई धमकी मिले या परेशानी हो तो बिना डर के सामना करें और कभी भी पैसा दुगना हो जाने के लालच में आने वाले कॉल पर ध्यान ना दें।
वक्ता कीर्ति श्रीवास्तव ने पीपीटी के माध्यम से साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट की विस्तृत जानकारी दी। इंस्पेक्टर साइबर सेल कुणाल राजा ने जीवंत उदाहरण के माध्यम से विद्यार्थियों को साइबर क्राइम के बारे में जागरूक किया और बताया कि इसके पीछे के कारण क्या है और जानकारी से ही बचा जा सकता है। स्टेट साइबर पीस फाउंडेशन के कोऑर्डिनेटर तारक दास ने विद्यार्थियों को बताया कि वह साइबर क्राइम से संबंधित जानकारी को सिर्फ अपने तक ही ना रखें बल्कि अपने परिजन में अपने परिवार में और समुदाय में भी इस जानकारी को प्रचारित और प्रसारित करें। इस कार्यक्रम का संचालन किया बी एड विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर सुमन लता ने और धन्यवाद ज्ञापन किया नर्सिंग विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर रिसाली ने।
इस अवेयरनेस सेशन में काॅलेज के चेयरमैन रामबचन,प्रिंसिपल डॉक्टर कल्याणी कबीर, रंभा शैक्षणिक संस्थान के बी एड , डीएलएड ,बी एस सी नर्सिंग , स्नातक, ए एन एम, जी एन एम और फार्मेसी के सभी व्याख्यातागण और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही।