जिला शिक्षा पदाधिकारी राष्ट्र संवाद के खबर पर लिया संज्ञान,प्लस टू विद्यालय के प्रभारी को स्पष्टीकरण
जामताड़ा जिला शिक्षा पदाधिकारी चार्ल्स हेंब्रम की जिले भर में जमकर हो रही तारीफ,गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उम्मीद
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा: जामताड़ा जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी चार्ल्स हेंब्रम ने राष्ट्र संवाद के खबर को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लिया है ,इस तरह से कह सकते हैं कि राष्ट्र संवाद के खबर का एक बड़ा असर हुआ है।बताते चलें बीते 9 फरवरी को राष्ट्र संवाद ने एक खबर प्रकाशित किया था जिसमें सूत्र के हवाले से बताया गया था कि सिंहवाहिनी प्लस टू विद्यालय कुंडहित के प्रभारी प्रधानाध्यापक मंतोष कुमार मंडल के द्वारा कक्षा 10 के छात्रों से एडमीट कार्ड के ऑनलाईन खर्च के नाम पर अवैध रूप से ₹50 से लेकर ₹100 तक की अवैध वसूली की गई है। सूत्र के हवाले से यह भी बताया गया था कि कक्षा 12वीं के एससी/ एसटी छात्रों से फॉर्म फीलप के लिए 910 रुपए के बदले 1260 रूपये वसूले गए हैं। इस खबर को जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी चार्ल्स हेंब्रम ने संज्ञान में लिया और नोटिस जारी करते हुए विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा है। पत्र में कहा गया है कि अगर संतोषजनक स्पष्टीकरण में जवाब नहीं पाया गया तो प्रभारी पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी ।संज्ञन लेने पर पत्र में राष्ट्र संवाद का भी जिक्र है।
प्रभारी का भी रखा गया था पक्ष: सिंहवाहिनी प्लस टू विद्यालय कुंडहित के प्रभारी प्रधानाध्यापक मंतोष कुमार मंडल का भी बीते 9 फरवरी को खबर में पक्ष रखा गया था जिसमें मंतोष कुमार मंडल ने बताया था कि सभी आरोप बेबुनियाद है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग: स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने ईमानदारी पूर्वक कर्तव्यों का परिचय देते हुए जिस तरह से राष्ट्र संवाद के खबर को संज्ञान में लिया है वह कहीं ना कहीं बधाई के पात्र हैं, स्थानीय लोग बताते हैं कि कुंडहित सिंहवाहिनी प्लस टू विद्यालय में बहुत सारे ऐसे विद्यार्थी है जिन्हें पहनने के लिए चप्पल तक नसीब नहीं होता है ।ऐसे में वैसे विद्यार्थियों से इस तरह से विद्यालय में शुल्क लगे वह भी जिस तरह से बताया जा रहा है कि यह राशि वैध नहीं है अवैध है तो ऐसे में कहीं ना कहीं चिंतनीय विषय है। स्थानीय लोग जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी की खूब जमकर तारीफ कर रहे हैं ।कहा कि ऐसे जिला शिक्षा पदाधिकारी से अब उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में क्षेत्र में शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा। स्कूली बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगा ।कहा जामताड़ा जिला का अधिकांश क्षेत्र के लोग कृषि कार्य पर ही निर्भर है, लोग अपने बच्चों को कलम कॉपी तक नहीं दे पाते हैं ,तो ऐसे में ट्यूशन की फीस कहां से दे पाएंगे और ऐसे में जिस तरह से जिला शिक्षा पदाधिकारी की कार्रवाई देखी गई ऐसे में कहीं न कहीं यह आने वाले दिनों में साबित होगा कि स्कूली बच्चों को अब ट्यूशन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, वह शिक्षा स्कूल से ही प्राप्त हो जाएगी ।यानी मोटा-मोटी तौर पर कहा जाए तो अब जिला शिक्षा पदाधिकारी चार्ल्स हेंब्रम के ईमानदारी पूर्वक कर्तव्यों से स्कूली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।