शैलेंद्र सिंह का कायल हुआ सिख समाज
खुद के बनाए नियमों का किया पूरी तरह से पालन
सादगी से किया इकलौते बेटे का आनंद कारज
जमशेदपुर। शहर के सरदार शैलेंद्र सिंह परिचय के मोहताज नहीं हैं। पूरी दुनिया के सिख समाज में उन्हें सामाजिक एवं धार्मिक सुधारों के लिए जाना जाता है। कोई उन्हें इन नियमों के कारण तालिबान की भी संज्ञा देता रहा है।
जिन्होंने कभी उनके नियमों एवं कढ़ाई से उसका अनुपालन कराने के लिए उन्हें तालिबान कहा होगा। बुधवार को उन्हें यह समझ में आ गया है जब खुद शैलेंद्र सिंह एवं उसके पूरे कलसी परिवार ने उन नियमों का अक्षरशः अनुपालन कर विरोधियों के मुंह पर ताला जड़ दिया। शैलेंद्र सिंह का कलसी परिवार शहर में बहुत बड़ा है और इनकी रिश्तेदारी लंबी चौड़ी है। जब इनके इकलौते बेटे सरबजोत सिंह की बारात निकली तो सड़क पर कोई भांगड़ा गिद्दा नहीं डाला गया। ना फीता काटने की रस्म अदायगी की गई। वैवाहिक भोज में शाकाहारी भोजन परोसे गए।
सुबह 10:30 बजे बारात साकची गुरुद्वारा मैदान में पहुंच गई और रिश्तेदारों की मिलनी की रस्म के बाद जहां बराती एवं शराती नाश्ता कर रहे थे वही सरदार शैलेंद्र सिंह अपनी पत्नी सरदारनी बलबीर कौर बेटे सरबजोत सिंह एवं बेटी पूजा को लेकर सवा ग्यारह बजे साकची गुरुद्वारा के दरबार साहब में प्रवेश कर मत्था टेक लिया।
बारह बजे से पहले ही विवाह की रस्म पूरी हो गई।
इससे पहले सगाई की रस्म बिष्टुपुर गुरुद्वारा में सोमवार को बड़ी सादगी के साथ की और वही में रिश्तेदारों से उन्होंने कह दिया था कि कोई आए या नहीं आए। वह बारात के लिए किसी का इंतजार नहीं करेंगे। वह अपने घर जुगसलाई से दस बजे लड़के को लेकर साकची चले जाएंगे। उन्होंने ऐसा ही किया। सरदार शैलेंद्र सिंह तखत श्री हरिमंदिर साहब प्रबंधन कमेटी पटना के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हैं और उन्होंने अपने शालीन स्वभाव के कारण अकाली दल दिल्ली, अकाली दल बादल, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, जनता दल एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के शीर्ष नेताओं से नजदीकी संबंध कायम कर रखा है। बड़े लोगों से मिलने जुलने के बावजूद उन्होंने अपने बेटे का विवाह मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी श्रीमती सतविंदर कौर की पुत्री रश्मीत कौर के साथ किया है। उनके चाचा एक बड़े घर से रिश्ता लेकर आए थे और शैलेंद्र ने उसे ना कर दीया और बाद में उनकी नाराजगी को अपने व्यवहार से दूर भी कर दिया। क्योंकि वे श्रीमती सतविंदर कौर से शादी का वायदा कर चुके थे। बुधवार को वर वधु को आशीर्वाद देने टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महाराष्ट्र गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एवं श्री गुरु नानक देव जी के 550 वीं जयंती पर निकले दो दो अंतरराष्ट्रीय यात्रा के आयोजक जसवीर सिंह धाम मुंबई, तखत श्री हरिमंदिर साहब कमेटी के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह मेंबर हरपाल सिंह जोहल के साथ ही झारखंड बिहार एवं देश के विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों के प्रधान, तकरीबन हर राजनीतिक दल के नेता एवं प्रत्याशी पहुंचे थे।
चर्चा में आए थे शैलेंद्र सिंह
१. बारह बजे से पहले गुरुद्वारा में होगा आनंद कारज
२. बारात में लड़कियां गिद्दा नहीं डालेंगे
३. शादी में नहीं परोसे जाएं मांसाहारी व्यंजन
४. फीता नहीं काटा जाएगा और ना ही वर माला का आयोजन होगा
५. बाराती भी गिनती के ही होंगे
इसके साथ ही उन्होंने कई नियम बनाए थे और कड़ाई से पालन अपने नौ साल के कार्यकाल में करवाया।इन नियमों की सराहना एसजीपीसी दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सहित कई संस्थाओं ने की थी।