महिलाओ पर कार्य स्थल और समाज मे हो रहे हिंसा और उत्पिडन के खिलाफ कानून लागू करने की मांग
राष्ट्र संवाद संवाददाता
अस्तित्व और नेशनल लेबर हेल्थ एंड इंवेर्मेंट ओर्गनाइजेशन आई एल ओ और इंटक के संयुक्त तत्त्वधान मे आज उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम द्वारा एक ज्ञापन श्रम मंत्रालय मुख्य मंत्री झारखंड और सामाजिक कल्याण विभाग को दिया गया जिसमें कार्य स्थल पर महिलाओ पर हो रहे अत्याचार शोषण और
प्रतारणा पर प्रस्तावित कानून C190 और R206 को लागू करने की अपील की गई। जो प्रत्येक वर्ष अंतर राष्ट्रीय स्तर पर 25 नवंबर से लेकर 10 दिसंबर तक का अभियान के रूप मे आंदोलन पूरे विश्व मे चलता है इसी सिलसिले मे आज सामाजिक संस्था अस्तित्व और नेशनल हेल्थ कमिटी के सदश्यों ने पूर्वी सिंहभूम के उपयुक्त के माध्यम से सामाजिक न्याय मंत्रालय, श्रम मंत्रालय और मुंख्य मंत्री झारखंड को ज्ञापन दिया ज्ञात हो की 25 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक (GBV) के खिलाफ अभियान चलाया गया। जिसमे अस्तित्व और श्रम स्वास्थ्य और पर्यावरन और इंटक द्वारा (CEDAW) के प्रयास के वैश्विक स्तर से मांग करते है जिसमे ILOकंवेंशन 190 और सिफारिश R206 के अनुसमर्थंन और कार्यवयन का आह्वान करते है। उपयुक्त ने अस्वासन् दिया कि हमारी मांग राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचा दिया जायेगा। इस अवसर पर अस्तित्व की संस्थापक सह सचिव श्रीमती मीरा तिवारी, झारखंड इंटक के प्रदेश कोषाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव,टी आर एफ लेबर यूनियन के महासचिव अंजनि कुमार,नवीन कुमार यूथ इंटक महासचिव डी एन पांडे, रीता शर्मा, अनामिका सरकार, बैजयंती बारी,दशमिता हाइब्रिड सुमन होंगा अनिता तिवारी, अमृता तिवारी, फरहाद बेगम, शबाना, रुखशाना और कई सदस्य उपस्थित रहे।