Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » डॉक्टरों के ‘काम बंदी’ से बंगाल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
    Headlines

    डॉक्टरों के ‘काम बंदी’ से बंगाल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

    Devanand SinghBy Devanand SinghOctober 3, 2024No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

    डॉक्टरों के ‘काम बंदी’ से बंगाल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

    कोलकाता:  आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार के बाद कत्ल कर दी गई स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक के लिए न्याय और कार्यस्थलों पर सुरक्षा की मांग को लेकर कनिष्ठ डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन प्रभावित रहीं।

     

    यह दूसरी बार है जब बंगाल के सरकारी अस्पतालों के कनिष्ठ डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर ‘काम बंदी’ पर चले गए हैं।

    नौ अगस्त को आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद चिकित्सक हड़ताल पर चले गए थे। सरकार द्वारा उनकी अधिकतर चिंताओं का समाधान करने का वादा किए जाने के बाद वे 42 दिनों के पश्चात 21 सितंबर को आंशिक रूप से काम पर लौट आए और आवश्यक सेवाएं फिर से शुरू कर दीं।

     

     

    हालांकि, सरकार पर अपने वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए डॉक्टरों ने मंगलवार से फिर काम बंद कर दिया।

    आंदोलन का नेतृत्व कर रहे डॉक्टरों में शामिल अनिकेत महाता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “सरकार ने अब तक हमें हमारी मांगों पर बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया है।”

    डॉक्टरों ने चिकित्सक की बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई जांच की गति पर भी चिंता व्यक्त की है।

     

     

     

    कनिष्ठ डॉक्टरों द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान में दावा किया गया कि केंद्रीय एजेंसी की जांच धीमी है और वे “निराश” हैं।

    मृतक डॉक्टर के लिए शीघ्र न्याय की मांग के अलावा, आंदोलनकारी चिकित्सक राज्य के स्वास्थ्य सचिव को हटाने और अस्पतालों में अधिक पुलिस सुरक्षा की भी मांग कर रहे हैं।

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleमनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे मोहम्मद अजहरुद्दीन, 20 करोड़ के घोटाले का आरोप
    Next Article जमशेदपुर में शारदीय नवरात्र की भव्य शुरुआत, भक्तों में दिखा उत्साह

    Related Posts

    टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को मिला सम्मान

    May 8, 2025

    फादर जेराल्ड मार्टिन डिसूजा मेमोरियल इंटर स्कूल बॉस्केटबॉल टूर्नामेंट 2025 का आयोजन

    May 8, 2025

    ईडी ने कारोबारी विक्की भालोटिया को किया गिरफ्तार

    May 8, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को मिला सम्मान

    फादर जेराल्ड मार्टिन डिसूजा मेमोरियल इंटर स्कूल बॉस्केटबॉल टूर्नामेंट 2025 का आयोजन

    ईडी ने कारोबारी विक्की भालोटिया को किया गिरफ्तार

    हम सेना के पराक्रम को सलाम करते हैं:राकेश तिवारी

    हरि मंदिर से चोरी करते एक युवक को स्थानीय लोगों ने रंगे हाथ धर दबोचा

    मोदी के सिंदूर ऑपरेशन से आतंक का आका रोया:डॉक्टर विशेश्वर यादव

    जादूगोड़ा यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में बड़े घोटाले की साजिश का खुलासा

    जिला कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाने के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद दिया – आनन्द बिहारी दुबे

    संवेदक स्थानीय लोगों को डरा रहे थे थाने में दर्ज होगा मुकदमा विकास सिंह

    रेड क्रॉस भवन में भारतीय रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम द्वारा रक्तदान महायज्ञ का आयोजन

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.