खेल के मैदान में नई उम्मीद की किरण: आदिवासी युवाओं के लिए मंत्री डॉ इरफान अंसारी की सौगात
मंत्री इरफान अंसारी का आदिवासियों के प्रति समर्पण, खेल में नई रोशनी लाने का वादा
मिहिजाम और रानीडीह में स्टेडियम निर्माण से खेल प्रतिभाओं को मिलेगा नया मंच: डॉ इरफान अंसारी
जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के मिहिजाम और रानीडीह में खेल और युवाओं के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, माननीय मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी द्वारा दो बड़े और उच्च स्तरीय स्टेडियमों की सौगात दी गई है। मिहिजाम में 5 करोड़ रुपये की लागत से और रानीडीह में लगभग 3 करोड़ रुपये की लागत से इन स्टेडियमों का निर्माण होगा, जिससे पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। मंत्री जी के इस निर्णय के लिए क्षेत्र के लोग और विशेष रूप से आदिवासी समुदाय के लोग आभार व्यक्त कर रहे हैं।
मिहिजाम में 5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला स्टेडियम पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। मिहिजाम की जनता ने कभी नहीं सोचा था कि उनके क्षेत्र में इतना बड़ा और आधुनिक स्टेडियम बनेगा। इस निर्णय से मिहिजाम के लोगों में उत्साह की लहर है और वे मंत्री जी के इस महत्वपूर्ण कदम के लिए आभार व्यक्त कर रहे हैं। यह स्टेडियम न केवल खेल प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र के युवाओं के लिए खेल कौशल को निखारने का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
रानीडीह के आदिवासी समुदाय, जो कभी सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि उनके क्षेत्र में इतना बड़ा और अत्याधुनिक स्टेडियम होगा, आज इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। मंत्री जी ने हमेशा आदिवासियों के उत्थान और क्षेत्र के खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का काम किया है। इस बड़े स्टेडियम के माध्यम से अब आदिवासी युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगे।
रानीडीह के मुखिया, श्री रविंद्र मरांडी ने मंत्री जी के इस कदम की सराहना करते हुए कहा, “मंत्री जी ही ऐसे नेता हैं, जो हमारे आदिवासी समाज के हितों के लिए गंभीरता से सोचते हैं और उन्होंने हमेशा हमारे समुदाय की जरूरतों को प्राथमिकता दी है। हम लंबे समय से स्टेडियम की मांग कर रहे थे, और आज मंत्री जी ने हमारी इस मांग को पूरा कर हमें गौरवान्वित किया है।”
मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा, “मेरा लक्ष्य है कि जामताड़ा के हर क्षेत्र में विकास की गंगा बहे। कोई भी शक्ति मुझे विकास करने से रोक नहीं सकती। हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी, विशेष रूप से आदिवासी बच्चे, बड़े मंचों पर अपनी पहचान बनाएं और क्षेत्र का नाम रोशन करें।”
प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले जामताड़ा के सबसे बड़े टूर्नामेंट के संदर्भ में मंत्री जी ने कहा, “इस बड़े टूर्नामेंट में हर साल बड़ी संख्या में खिलाड़ी भाग लेते हैं, जिनमें से कई झारखंड से बाहर और यहां तक कि विदेशों से भी आते हैं। अब इस नए स्टेडियम से खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी और वे अपने खेल का सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकेंगे।”
मंत्री जी की इस पहल से क्षेत्र के खिलाड़ी और आदिवासी समुदाय में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है। यह स्टेडियम न केवल खेल को बढ़ावा देगा, बल्कि आदिवासी युवाओं को एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करेगा।