ईचागढ़ वासियों पर हाथ चलाने वाले बाहरी नेताओं की ईंट से ईंट बजा देंगे : हरेलाल महतो
चांडिल । ईचागढ़ विधानसभा के लोग बहुत ही सरल और शांत स्वभाव के हैं। जिसके कारण पिछले 30 वर्षों से बाहरी नेता यहां पर अपनी हुकूमत चला रहे हैं। उक्त बातें समाजसेवी हरेलाल महतो ने कही। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा के भोले भाले जनता के ऊपर हाथ चलाने वाले नेताओं की ईंट से ईंट बजा देंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायक साधुचरण महतो हमारे ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांव तथा टोला का इतिहास बदलने का प्रयास किया है। इसका ताजा उदाहरण कुकडू प्रखंड के छतरडीह गांव का नाम बदलकर शिलापट्ट में धतरडीह लिखवाया और ग्रामीणों के विरोध करने के बावजूद शिलान्यास किया। हरेलाल महतो ने कहा कि हमारे ईचागढ़ विधानसभा के साथ साथ यहां बसने वाले सभी गांव तथा टोला के पीछे वर्षों पुरानी इतिहास है, उस इतिहास को विधायक मिटाने के प्रयास में है। उन्होंने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा की जनता ने विश्वास करके बहुमत देकर विधानसभा तक भेजने का काम किया है। लेकिन, दुर्भाग्य की बात है कि आज वही विधायक जनता के साथ मारपीट कर रहे हैं। अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि से सवाल करे, काम का हिसाब मांगे और संतोषजनक काम नहीं होने पर विरोध करे इसका अधिकार जनता को संविधान से मिली है। यदि कोई व्यक्ति त्रुटियों पर सवाल खड़ा करता है तो उसका आदर और सम्मान होना चाहिए न कि उसके साथ मारपीट करना चाहिए।वहीं, सच्चाई सामने आने पर उल्टा जनता को ही शराबी घोषित करना बेहद घृणित कार्य है। विधायक साधुचरण महतो ने ईचागढ़ की जनता को थप्पड़ मार कर यह साबित कर दिया है कि वे स्वयं सत्ता के नशे में चूर हैं। हरेलाल महतो ने कहा कि विधायक ने जनता के साथ मारपीट कर ईचागढ़ के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का काम किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से आग्रह किया है कि कुकडू प्रखंड के छतरडीह में शिलान्यास कार्यक्रम के घटना को संज्ञान में लेकर पीड़ित को न्याय दिलाने का काम करें। हरेलाल महतो ने ईचागढ़ वासियों से अपील किया है कि आक्रोश में आकर किसी तरह का असंवैधानिक कदम नहीं उठाएं। मैं ईचागढ़ वासियों के साथ हूँ। इन बाहरी नेताओं को सबक सिखाने के हमें एकजुट होकर रहना होगा।तभी हमारी संस्कृति और इतिहास को सुरक्षित रख पाएंगे।