पहले मजदूरों की बहाली करो उसके बाद एचसीएल /आईसीसी को निजी हाथों में देने की सोचे केंद्र सरकार
राष्ट्र संवाद संवाददाता
घाटशिला :हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के सभी मइंसो को निजी कंपनियों के हाथों में बेचने से पहले पूर्व कर्मचारियों के आश्रितों को स्थाई नियुक्ति पत्र दे, प्रबंधन । सभी मइंसों के साथ साथ मऊभंडार फैक्ट्री में ही तांबा निकले केंद्र सरकार।
संघ क़े नेता काजल डॉन, फेबीएन तिर्की, मनोज दास ने बताया कि 20 जून 2024 को झारखंड श्रमिक संघ के द्वारा मजदूरों के समस्या को लेकर एक ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया था, परंतु एक महीना बीत जाने के बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार की सूचना या जानकारी नहीं दी गई ना ही कोई सकारात्मक पहल किया गया।
पेपर पत्रिका के माध्यम से पता चला है कि एचसीएल आईसीसी के जितने भी माइंस है उसे किसी निजी कंपनी को दिया जा रहा है जिसमें अयस्क को सीधे बाहर दूसरे राज्य में भेजने की विचार की जा रही है। ऐसे में मऊभंडार में चल रही फैक्ट्री बंद हो जाएगी और यहां के करीब 700 मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।
एचसीएल आईसीसी मोउभाडर में करीब 291 स्थाई मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे हैं जिसको केंद्र सरकार द्वारा महीना वेतन दी जा रही है। उनके जैसे पूर्व कर्मचारी के सभी आश्रितों को भी एचसीएल आईसीसी प्रबंधन द्वारा स्थाई नियुक्ति पत्र दिया जाए। सभी माइंसो के साथ-साथ मऊभंडार फैक्ट्री से ही तांबा निकला जाए अन्यथा मजदूर हित में झारखंड श्रमिक संघ और एचसीएल आईसीसी बचाओ संघर्ष समिति के बेनर तले जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस दरमियान अगर किसी तरह का विधि व्यवस्था बिगड़ती है, तो इसकी सारी जिम्मेदारी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के प्रबंधक की होगी। क्योंकि दिए हुए ज्ञापन के प्रति आपने आज तक किसी प्रकार की सक्रियता नहीं दिखाई।