रिश्तेदार तथा गॉव-समाज को बताया कि वह 67वीं बी०पी०एस०सी० परीक्षा में पास कर गया है यह भी निकला झूठा।
पटना,बिहार:पटना पुलिस मुख्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय जिला केअपहृत दीपक कुमार पाठक को बरामद कर लिया गया। उसके बाद अपहरण के बारे में उससे पूछ-ताछ किया गया तो उसने बताया कि वह अपने परिवार, रिश्तेदार तथा गाँव-समाज के नजर में अच्छा बनने के लिए 67वीं बी०पी०एस०सी० परीक्षा का परीक्षाफल का अधिसूचना का गलत नकल कर परीक्षाफल को बनाकर अपने परिवार रिश्तेदार तथा गॉव-समाज को बताया कि वह 67वीं बी०पी०एस०सी० परीक्षा में पास कर गया है तथा 15 जुलाई, 2024 को गया में प्रशिक्षण के लिए जाना है। इसी क्रम में वह आज अपने परिवार वालों को अम्बा निवासी आरडीओ दीपक कुमार पाठक मामले में चौकाने वाले मामले सामने आए हैं इस संबंध में पुलिस ने बताया कि 15.07.24 को रेल थाना खुशरूपुर में आवेदक रामानन्द पाठक, ग्राम-अम्बा,थाना – तेघड़ा, जिला- बेगूसराय के द्वारा एक लिखित आवेदन दिया गया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनका पुत्र दीपक कुमार पाठक, उम्र करीब 34 वर्ष आज सुबह कोशी एक्सप्रेस से गया जा रहा था। इसी क्रम में खुशरूपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक 09.30 बजे के आस-पास चार व्यक्ति के द्वारा हथियार के बल उनको ट्रेन से उतार लिया गया है। उतारने के बाद उस स्थल से वह भागते हुए अपने परिजन को फोन कर बताया कि उसका अपहरण हो गया है।इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कांड दर्ज कर रेल पुलिस उपाधीक्षक, पूर्वी, पटना के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम के द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुँचकर वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान प्रारंभ किया गया। तो पता चला कि अपहृत व्यक्ति दीपक कुमार पाठक सुबह 09.00 बजे ही बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन उतर गया तथा प्राथमिकी में बताया गया था कि उसे खुशरूपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा ट्रेन से उतार लिया गया है। प्रथम दृष्टया यह मामला अपहरण का संदिग्ध प्रतीत हुआ । विशेष टीम के द्वारा बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन के आस-पास लगे सी०सी०टी०वी० कैमरा को देखा जाने लगा। साथ ही आस-पास के होटल एवं लॉज को चेक किया जाने लगा। इसी क्रम में एक होटल के विजिटर बुक में यह देखा गया कि दीपक कुमार पाठक के द्वारा आज सुबह 09.30 बजे के आस-पास तीन दिनों के लिए एक कमरा आरक्षित किया गया है।तुरंत स्थानीय थाना से सम्पर्क कर छापामारी किया गया और अपहृत दीपक कुमार पाठक को बरामद कर लिया गया। उसके बाद अपहरण के बारे में उससे पूछ-ताछ किया गया तो उसने बताया कि वह अपने परिवार, रिश्तेदार तथा गाँव-समाज के नजर में अच्छा बनने के लिए 67वीं बी०पी०एस०सी० परीक्षा का परीक्षाफल का अधिसूचना का गलत नकल कर परीक्षाफल को बनाकर अपने परिवार रिश्तेदार तथा गॉव-समाज को बताया कि वह 67वीं बी०पी०एस०सी० परीक्षा में पास कर गया है तथा 15 जुलाई, 2024 को गया में प्रशिक्षण के लिए जाना है। इसी क्रम में वह आज अपने परिवार वालों को बताकर निकला कि वह ट्रेनिंग करने गया जा रहा है। चुंकि दीपक कुमार पाठक बी० पी०एस०सी० परीक्षा पास नहीं किया है और अपने समाज में अपने आप को अच्छे बनाये रखने के लिए गलत प्रचार किया था। इसी कारण दीपक कुमार पाठक द्वारा अपने अपहरण का नाटक रचा गया तथा उसने तीन दिन के लिए कमरा इसीलिए आरक्षित किया था कि वह गाँव वालों को बता सके कि अपहरण के कारण उसका ट्रेनिंग नहीं हो पाया। जिस कारण बी०पी०एस०सी० के द्वारा उसका परीक्षाफल रद्द कर दिया गया। अगर दीपक कुमार पाठक कायह योजना सफल हो जाता तो तीन दिन बाद वह अपने परीक्षाफल के रद्द होने का नकली कागजात सभी के सामने प्रस्तुत करता ।इस प्रकार एक झूठा अपहरण के घटना को रेल पुलिस पटना के द्वारा महज 03 घंटे में उद्भेदन कर लिया गया। दीपक कुमार पाठक के द्वारा किय गये इस कृत्य के विरुद्ध कांड दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।दीपक कुमार पाठक के बरामदगी में निम्लिखित पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। जिसमें अभिषेक कुमार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बाढ़ ,मुकुल परिमल पाण्डेय, रेल पुलिस अधीक्षक, पूर्वी, पटना ।देवानन्द कुमार, पु०नि०- सह थानाध्यक्ष, बख्तियारपुर ।पु०नि० राजेश कुमार सिन्हा, रेल पुलिस निरीक्षक, वख्तियारपुर ।पु०नि० कंचन कुमारी, रेल पु०नि० सह थानाध्यक्ष, बख्तियारपुर ।पु०अ०नि० मनोज कुमार, प्रभारी रेल अप०नि०के०, खुशरूपुर,पु०अ०नि० छोटेलाल प्रसाद, रेल थाना बख्तियारपुर । परिक्ष्यमान पु०अ०नि० मनीष कुमार, रेल थाना बख्तियारपुर ।. पु०अ०नि० रोहित कुमार सिंह, प्रभारी तकनीकी शाखा ।सि0 / 655 संतोष कुमार, तकनीकी शाखा ।सि० उपेन्द्र पासवान, अंगरक्षक, रेल पुलिस उपाधीक्षक (पूर्वी) पटना सि० वाजिद हुसैन, प्रवाचक, रेल पुलिस उपाधीक्षक (पूर्वी) पटना सिo लखन कुमार, प०नि० अंचल कार्यालय, बख्तियारपुर।