गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती ने चुनाव आयोग की खर्च सीमा से ज्यादा पैसा किया खर्च!
गठबंधन प्रत्याशी के ऊपर चुनाव आयोग और भाजपा होगी गंभीर
भाजपा इसको लेकर चुनाव आयोग और निर्वाचन पदाधिकारी से मिलकर करेगा कार्रवाई की मांग
गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती को आयकर विभाग को देना होगा पैसे का हिसाब
लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग के निर्देश 95 लाख से अधिक कोई भी प्रत्याशी खर्च नहीं कर सकता
जमशेदपुर :चुनावों को लेकर भले ही चुनाव आयोग कितनी ही सख्ती क्यों न दिखाए, लेकिन अधिकांश प्रत्याशी चुनाव आयोग के नियमों को ठेंगा दिखाने में पीछे नहीं रहते हैं, खासकर चुनाव में खर्च के मामले में। इसी तरह के एक मामले में जमशेदपुर से झामुमो के प्रत्याशी और बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती भी फंसते हुए नजर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा प्रत्याशी के लिए तय खर्च सीमा 95 लाख रुपए से कहीं अधिक धनराशि खर्च की है, इसीलिए अब वह न केवल चुनाव आयोग की रडार पर आ गए हैं, बल्कि भाजपा भी उन पर टेढ़ी नजर रखने वाली है। भाजपा स्वयं चुनाव आयोग से इस मामले में कार्यवाही की मांग करेगी। इस मामले में जिस तरह समीर मोहंती ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे पर खर्च की गई धनराशि में हेर फेर करने का आरोप लगाया है, वह भी लोगों के गले नहीं उतर रहा है, हालांकि आनंद बिहारी दुबे ने मोहंती के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। अगर, समीर मोहंती सही हैं तो उन्हें आयकर विभाग को सारा हिसाब देना होगा, क्योंकि जिस तरह से इस मामले में सियासत गरम है, उससे नहीं लगता है कि यह मामला अभी शांत होने वाला है।
चुनाव आयोग भी इसे मामले को गंभीरता से लेगा, क्योंकि अगर, 6000 रुपए हर बूथ के हिसाब से खर्च किया गया तो फिर जमशेदपुर में 6 विधानसभा हैं और कुल बूथ की संख्या 1887 है, इसके हिसाब से गठबंधन प्रत्याशी ने चुनाव आयोग के तय मानकों से कहीं अधिक धनराशि खर्च की, इसीलिए सवाल यह उठता है कि उनके पास इतना पैसा आया कहां से।
जमशेदपुर लोकसभा गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती ने लेटर को बताया फर्जी
कांग्रेस जिला अध्यक्ष के खिलाफ साजिश तो नहीं
राष्ट्र संवाद ने अपने हेडलाइंस में डाला था कि चुनाव आयोग के चुंगल में खुद फंस सकते हैं गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती कांग्रेस जिला अध्यक्ष पर आरोप लगाकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि उचित प्लेटफार्म पर इसका जवाब देंगे ज्ञात हो कि झारखंड में विधानसभा चुनाव भी साल के अंत में होने हैं और कांग्रेस जिला अध्यक्ष पूर्वी विधानसभा के हर घर में अपनी उपस्थिति दर्ज करने में सफल हो रहे हैं
चर्चा यह भी है कि कांग्रेस के अंदरूनी राजनीति के शिकार हो गए गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती मीडिया की सुर्खियां बटोरने के बाद गठबंधन प्रत्याशी को लगा कि इस पूरे प्रकरण में बुरी तरह से हम उलझ गए हैं उसके बाद समीर मोहंती मीडिया से मुखातिब हुए दिन ढलते ढलते गठबंधन प्रत्याशी समीर मोहंती ने लेटर को ही फर्जी बता दिया और फिर एक बार कहा कि मैं ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया अब चर्चा है कि गठबंधन प्रत्याशी ने जो आरोप लगाया उसके बाद चुनाव आयोग भाजपा और आयकर विभाग के रडार पर जाने की बात उनके शुभचिंतकों ने उनसे बताई
वायरल लेटर पर समीर मोहंती का पलटवार
जमशेदपुर के बाहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक सह विगत लोकसभा चुनाव में जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी समीर कुमार मोहंती इन दिनों एक पत्र कों लेकर काफ़ी चर्चे में है, और शनिवार कों उन्होंने मीडिया के समक्ष सिरे से उस पत्र कों फर्जी बताते हुए इसके विरुद्ध एक्शन लेने की बातें कही. बता दें विगत शुक्रवार से एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमे विधायक समीर मोहंती का लेटर हेड इस्तेमाल किया गया है
और उसके पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कों पत्र प्रेषित करते हुए कहा गया है की कांग्रेस पार्टी के जमशेदपुर जिला अध्यक्ष ने उनसे चुनाव के दौरान मोटी रकम ली है और उनके पक्ष में कार्य नहीं किया है, इस पत्र में विधायक समीर मोहंती का बाकायदा हस्ताक्षर और स्टाम्प भी है, इसी कारण ये वायरल हुआ है. इस पत्र कों उन्होंने सिरे से नकारते हुए फर्जी करार दिया है साथ ही इसके पीछे के व्यक्ति पर करवाई की बातें भी कही, उन्होंने कहा की लोकसभा चुनाव के नामांकन के दिन ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने उन्हें तमाम दायित्व और दायरा बता दिया था और उसी के आधार पर उन्होने कार्य किया था, उन्होने कहा की उनके घटक दल कांग्रेस पार्टी और उनके बिच जानबुझ कर कोई विवाद उत्पन्न करवाना चाहता है, उन्होंने ये भी कहा की ऐसा भी हो सकता है की कांग्रेस पार्टी के ही अंदर का कोई व्यक्ति है जो ऐसा करवा रहे हैं और इस कारण वें खुद इसकी जाँच करवा रहें हैं, जिसके बाद वें इसपर कानूनी करवाई के लिए भी आगे बढ़ेंगे.