*रबी फसल को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे…….*
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जामताड़ा जिले के जामताड़ा एवं फतेहपुर प्रखंड में रबी फसल के बारे में जेटीडीएस की ओर से विभिन्न योजना चलाई जा रही है जिसमें सभी गांव के किसानों के साथ बैठक कर यह पता लगाया जा रहा है कि गांव में रबी के मौसम में कौन-कौन सी फसल लगाई जा रही है । फसल के पैटर्न क्या चलाए जा रहे हैं। इस जानकारी के बाद जेटीडीएस के द्वारा गांव- गांव में बैठक कर लोगों को खाली खेतों एवं टाड़ वाली भूमि को पानी की कमी की स्थिति में कैसे उस जमीन को खेती एवं फसल के योग्य बनाकर उत्पादन के लिए उपयोग करना चाहिए। इन सब चीजों की जानकारी सुदूरवर्ती इलाकों तक किसान भाई- बहनों को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। रबी के मौसम में कम लागत में सरसों ,चना ,बाजरा, दलहन एवं तेलीय फसल का उत्पादन कर बेहतर कमाई का जरिया बनाने का निर्देश दिया गया है। इन फसलों को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है और एक से दो हल्की सिंचाई में ही फसल की बढ़त अच्छे से होने लगती है। जेटीडीएस टेक्निकल सपोर्ट एजेंसी के कृषि विशेषज्ञ श्री राजू नयती ने रबी फसल के तकनीकी जानकारी फसल के उत्पादन से लेकर उसका प्रबंधन, पोस्ट मैनेजमेंट आदि के संदर्भ में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। बैठक के आयोजन में गैर सरकारी संस्था के मनोज पंडित की अहम भूमिका रही है। जेटीडीएस के जिला परियोजना प्रबंधक रुस्तम अंसारी ने बताया कि राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई रांची के द्वारा जामताड़ा जिले के लिए 8000 एकड़ रकवा में रबी फसल उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। जिसके लिए जामताड़ा जिले के जामताड़ा एवं फतेहपुर प्रखंड में 10 पंचायत के लगभग 80 गांव का चयनित किया गया है । जिसमें मुख्य रूप आदिवासी परिवारों को सम्मिलित किया गया है । जिसका लक्ष्य है गांव के सभी टाड़ और दोन जमीन पर खेती करवाया जाए। ग्रामवासी बढ़-चढ़कर बैठक में भाग लेकर प्रशिक्षण ले रहे हैं। जेटीडीएस का उद्देश्य है कि गांव का हर एक किसान को आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाना। शहरपुर पंचायत के अंतर्गत कंचनबेड़ा ,रामपुर, मुरलीजोड़ आदि गांवों में बैठक के मौके पर सभी गांव के ग्राम प्रधान एवं किसान भाई- बहान उपस्थित थे।