‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ ने भाजपा को 52 करोड़ चंदा दी है जनता जानना चाहती है: मुख्यमंत्री चंपई सोरेन
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने X पर लिखा कि कोरोना की वैक्सीन बनाने वाली ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में माना है कि इससे ब्रेन स्ट्रोक अथवा दिल का दौरा पड़ सकता है।
इसी वैक्सीन को भारत में हम कोविशील्ड के नाम से जानते हैं, जिसे ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ ने बनाया था। इस कंपनी द्वारा भाजपा को 52 करोड़ चंदा देने की जो चर्चा मीडिया/ सोशल मीडिया में चल रही है, क्या वह सच है?
पहले भी बीबीसी ने रिपोर्ट किया था कि इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कुछ ऐसी कंपनियों से चंदा लिया गया, जिनकी दवाइयां टेस्ट में फेल हो रही थीं।
क्या यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी नहीं थी कि वैक्सीन की पूरी तरह से जांच हो, खास कर के तब, जब आप इसे लगवाना सभी नागरिकों के लिए अनिवार्य कर रहे थे?
सवाल यह है कि क्या इस वैक्सीन के तथाकथित दुष्प्रभावों से बचाने के लिए कोई रिसर्च की जा रही है? क्या केंद्र सरकार अब भी कोई जिम्मेदारी लेगी? क्या इस मामले में जनता को कोई स्पष्टीकरण दिया जायेगा?
प्रधानमंत्री जी, देश जवाब चाहता है।