पूर्व विधायक ने अपनाया बगावती तेवर, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने दी जोर आजमाइश की खुली चुनौती..
*दो मई को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में करेंगे नामांकन, कहा लोकतंत्र में सभी चुनाव लड़ने के लिए है स्वतंत्र..!*
*भाजपा ने बताया कांग्रेस का डमी कैंडिडेट, समर्थन देने वाले महासचिव राजवीर को कहा धीरज साहू का करीबी..!*
*सूर्यकांत कमल चतरा :* आगामी 20 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव से पूर्व चतरा में लगातार राजनीतिक उठापटक देखने को मिल रहे हैं। भाजपा के पूर्व विधायक जयप्रकाश सिंह भोगता ने अब बगावती तेवर अपना लिया है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। वे आगामी दो मई को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। इस बाबत उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह निर्णय लिया है।
*झारखंड का 14 लोकसभा व गांडेय विधानसभा उपचुनाव जीतेगा भाजपा : बाबूलाल*
चतरा और सिमरिया के पूर्व विधायक रहे जेपी भोगता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बेहद करीबी बताए जाते हैं। हालांकि पूर्व विधायक जयप्रकाश के चुनाव लड़ने की घोषणा पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि बात कर चुनाव नहीं लड़ने को लेकर समझाने का प्रयास करूंगा। नहीं माने तो चुनाव लड़ने का सभी को अधिकार है। मैदान में आकर जोर आजमाइश कर देख लें। जनता भाजपा प्रत्याशी को जिताकर उन्हें सबक सीखा देगी। निर्दलीय प्रत्याशी जयप्रकाश को कांग्रेस जिला महासचिव राजवीर समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन दिया है। जिससे भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि महागठबंधन की ओर से जयप्रकाश भोगता को डमी कैंडिडेट के रूप में मैदान में उतारा जा रहा है। भाजपाइयों ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस महासचिव पूर्व सांसद धीरज साहू के करीबी है। धीरज साहू के ईशारे पर ही जयप्रकाश भोगता चुनाव मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आ रहे हैं। जिसका भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मतदाताओं ने तय कर लिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे को पूरा करना है। झारखंड के सभी 14 सीट और गांडेय विधानसभा उपचुनाव का परिणाम भाजपा व एनडीए के खाते में ही जाएगा।
*प्रत्याशी स्थानीय हो या गैर-स्थानीय नहीं रखता मायने*
हालांकि दूसरी ओर प्रेस वार्ता के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमाने की घोषणा करने वाले पूर्व विधायक जयप्रकाश भोगता ने साफ तौर पर कहा है कि चतरा में उत्पन्न राजनीतिक परिदृश्य और जन भावना को देखते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हूं। उन्होंने तमाम लोकसभा वासियों से नामांकन में शामिल होने की अपील की है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा है कि प्रत्याशी स्थानीय हो या गैर-स्थानीय वह मायने नहीं रखता। जहां लोकतंत्र है वहां सभी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं। मेरे समझ से यहां स्थानीय और गैर स्थानीय का मुद्दा ही नहीं उठना चाहिए।
*परिणाम जो हो उसकी चिंता नहीं, जनभावना का रख रहा ख्याल*
जयप्रकाश ने कहा है कि राजनीति में सभी स्वतंत्र हैं चुनाव लड़ने के लिए। सभी राजनीतिक विचारधारा से जुड़े हुए भी हैं, लेकिन वर्तमान परिस्थिति अलग है। उन्होंने यह भी कहा है कि भाजपा जिला अध्यक्ष रामदेव भोगता निश्चित तौर पर मेरे भाई है। पूर्व विधायक ने कहा है कि जनता के बीच जा रहे हैं। परिणाम क्या होगा उसकी चिंता नहीं करता, लेकिन जनता का जो भी निर्णय होगा वह स्वीकार है। नामांकन कर लूंगा तब देखूंगा कि किससे कंटेस्ट है। जयप्रकाश ने कहा कि मुझे चतरा और सिमरिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। चतरा में विकास की असीम संभावनाएं हैं। बहुत ऐसे सेक्टर है जिसमें काम किया जा सकता है। मैं विधायक था और मैंने अपने विधायकी कार्यकाल में बहुत सारे काम किये हैं। अब मैं चाहता हूं कि अपने संसदीय क्षेत्र में मूल सुविधाओं को कैसे बेहतर बनाया जा सके, चतरा को और कैसे बेहतर बनाया जाए इस दृष्टिकोण से काम करने का मौका मिले। जनता के बीच जा रहा हूं और अपने विधायकी कार्यकाल में किये कार्य के आधार पर उनसे समर्थन और आशीर्वाद मांगूंगा।उन्होंने कहा है कि चतरा में आईटीआई व पॉलिटेक्निक कॉलेज और अस्पताल भी है। लेकिन उसे सुचारू से चलाने की आवश्यकता है। पर्याप्त डॉक्टर और शिक्षक की उपलब्धता हो इस दिशा में काम करना है। इस जिले के विकास की अपार संभावनाएं हैं। खनिज संपदा भरा पड़ा है। डीएमएफटी के माध्यम से जिले को रॉयल्टी मिलता है। बस इस पैसे का सदुपयोग सही तरीके से करना है।इशारों-इशारों में उन्होंने कहा कि परिवार में कोई रूठता है तो मान मनौव्वल चलता रहता है, लेकिन मैंने निर्णय लिया है कि मैं जहां हूं अभी अपने निर्णय पर अडिग हूं। गौरतलब है कि जयप्रकाश भोगता जेवीएम के टिकट पर सिमरिया और भाजपा के टिकट पर चतरा विधानसभा का चुनाव जीतकर ईलाके का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।