बेंगलुरु: इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर के कैमरे से चांद की खींची तस्वीरें आज जारी की है. ऑर्बिटर के हाई रेजॉलूशन कैमरे से खींची इन तस्वीरों में चांद की अलग ही झलक देखने को मिल रही है. कुछ दिन पहले ही ऑर्बिटर से खींची तस्वीरों के जरिए इसरो ने विक्रम लैंडर की लोकेशन मिलने की जानकारी भी दी थी. बता दें कि ऑर्बिटर 7.5 साल तक चांद की कक्षा का परिक्रमा करता रहेगा.7 सितंबर को लैंडर विक्रम को चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिग नहीं हो पाई थी और विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया. बाद में लैंडर के हार्ड लैंडिंग की पुष्टि नासा और इसरो के वैज्ञानिकों ने भी की. अभी चांद की कक्षा में चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर मौजूद है जो 7.5 साल तक अपना काम करता रहेगा. इसी ऑर्बिटर के कैमरे से ही चांद की नई तस्वीरें साझा की गई हैं.कुछ दिन पहले ही चांद की सतह पर लैंडर विक्रम की सटीक लोकेशन का पता लगाया गया था. ऑर्बिटर ने विक्रम लैंडर की एक थर्मल इमेज भी क्लिक की थी. हालांकि बाद में चांद पर रात होने के बाद इसरो की लैंडर विक्रम से संपर्क करने की उम्मीदें खत्म हो गई थीं.इसरो चीफ के. सिवन ने कहा था, ‘ऑर्बिटर की उम्र साढ़े 7 सालों से ज्यादा है, न कि 1 साल, जैसा कि पहले बताया गया था. इसकी वजह है कि उसके पास बहुत ज्यादा ईंधन बचा हुआ है. ऑर्बिटर पर लगे उपकरणों के जरिए लैंडर विक्रम के मिलने की संभावना है.’