मुफ्ति सईद आलम।
✍निजाम खान
गिरीडीह: नेता मुफ्ती सईद आलम ने कहा मैं 18 साल से लोगों का मुफ्त सेवा करते आ रहा हूं।कहा हेल्थ और एजुकेशन के मामले में मैंने झारखंड के करीब-करीब सभी जिलों में काम किया हूं।कहा बहुत सारे गरीब बच्चियों को शादी के समय मदद करने का काम किया हूं, पीने के लिए अच्छे पानी का व्यवस्था करने में काफी हद तक कामयाबी हासिल हुई है।झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल मदरसा मस्जिद मकतब अणगीनत संख्या में बनाए हैं।त्योहार के समय में जरूरतमंदों के लिए खाने पीने की चीजें कपड़े वगैरह भी वितरण किए हैं। गरीब जरूरतमंदों को रहने के लिए आवास बना कर दिए हैं।उन्होंने कहा जब कभी कहीं कोई जुल्म होता है मैं पहुंचने का काम करता हूं जहां तक हो सकता है उसे फौरी तौर पर आर्थिक रूप से मदद भी करता हूं जिसे पूरे झारखंड के लोगों ने देखा है।कहा मिनहाज, उस्मान, सरफुद्दीन ,मुर्तजा ,तोहिद अलीमुद्दीन और तबरेज अंसारी के मामलों में हमेशा आगे बढ़ कर मदद करने का कार्य किया है।पॉलीटिकल पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को मैने पसंद किया जबके मुझे तो झारखंड के कई क्षेत्रीय पार्टियों ने भी ऑफर किया था मेरा जमीर गवारा नहीं किया इसलिए के सभी पार्टियों ने बारी-बारी से झारखंड को लूटा और उन पर काला धब्बा लगा हुआ है ।
कहा इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के कामों को केरला तथा तमिलनाडु में जाकर देखा, मुझे अच्छा लगा और पसंद किया और कायदे मिल्लत मौलाना मोहम्मद इस्माइल के आईडियोलॉजी को जाना समझा।कहा मुस्लिम लीग एक संघर्ष है ,संकल्प है, एक आंदोलन है,इसमें इंसानियत है इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ने के लिए हमेशा तत्पर रहती है,इन्हीं चीजों को देखा।कहा कि मुझे लगा कि मेरा काम और मुसलिम लीग का काम एक ही है।कहा फिर मैंने सदस्यता लेने का फैसला किया और वही सदस्यता भी ग्रहण किया हूं ।उन्होंने कहा केरला, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र और महाराष्ट्र में मुस्लिम लीग के लीडर बहुत ही इमानदार है।सभी लीडरों ने अपने मेहनत और अपने खर्च से पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया है।कहा मैं भी अपने खर्च से पार्टी को झारखंड में मजबुती के साथ खड़ा करने का काम किया है।कहा आज जब उरूज पर पार्टी पहुंचा तो मुझे निकालने के लिए स्टेट कमेटी के लोग एंड़ी चोटी की ताकत लगा रही है जो के बिल्कुल ही फालतू और बकवास के सिवा कुछ भी नहीं है ।कहा सच्चाई यह है कि 18- 20 सालों में मुस्लिम लीग ने कुछ नहीं किया है इन्हें डर है कि कहीं मुफती सईद आलम साहब आगे न बढ़ जाए। इसलिए यह सब षड्यंत्र रचा गया।कहा
मुस्लिम लीग के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सैयद अमजद अली की मैं इज्जत करता हूं और करता रहूंगा इनकी काफी उम्र हो चुकी है और उनकी याददाश्त भी काफी कमजोर हो गई है। इनके फैसले से मुझ पर कोई असर होने वाला बिल्कुल ही नहीं है।कहा मुझे अन्य पार्टियों के कई लीडर संपर्क कर रहे हैं आज साफ लफ्जो में बताना चाहता हूं कि किसी और पार्टी में मुझे नहीं जाना है मुझे जो लोकप्रियता हासिल हुई है वह पार्टी की तरफ से नहीं बल्कि 18 साल के मेहनतों का नतीजा से मिला है चुनाव लड़ना नेता बनना यह सब सपना मैं नहीं देखता हूं मैं तो गरीबों मजलूमों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखना चाहता हूं इस काम के नेता बनना जरूरी नही है।कहा कि गरीब मजदूरों की दुआ ही काफी है।