पलामू जिला के मेदिनीनगर शहर के पहाड़ी मुहल्ला की रहने वाली सुषमा देवी नामक महिला कई महिलाओ को बना रही है आत्मनिर्भर । मशरूम के उत्पादन से महिलाओ की बदल रही है जिंदगी ।
– आपको बता दे कि सुषमा देवी वर्ष 2006 से अपने घर मे मशरूम के स्पोंन यानी बीज का उत्पादन कर साथ साथ मशरूम की उत्पादन कर रही है । इनकी मशरुम का स्पोंन की मांग पलामू , लातेहार,गढ़वा और छतीसगढ़ में है जहां पर महिलाएं मशरूम की खेती कर आत्मनिर्भर बन रही है वही मशरूम की मांग मेदिनीनगर शहर में भी काफी है जिससे सुषमा देवी को अच्छी आमदनी भी हो जाती है ।
सुषमा देवी अपने घर मे ही सर्दियों के मौसम धान की पुटी और गर्मियों के दिनों में गेहूं की पुटी पीपी पोलोथिन में चार से पाँच लेयर में मशरूम के बीज के साथ पैक कर तार के हैंगर में रख दिया जाता है । उसके बाद पानी की फुहार पीपी पोलोथिन पर छिड़काव कर पानी की नमी से मशरूम का उत्पादन किया जाता है उसके बाद जब मशरूम तैयार होती है तो उसे बाजारों में बिक्री के लिए भेजती है वही सूखा मशरूम से पापड़,बरी , आचार और अन्य खाने की सामानों को बनाया जाता है ।
वही सुषमा देवी समेत अन्य महिलाओं को ट्रेनिंग देने वाली ट्रेनर भी कहती है कि मशरूम की उत्पादन कर महिलाएं खुद आत्मनिर्भर बन रही है साथ ही दूसरे महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बना रही है । वही महिलाओं खुद काम कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है ऐसे ही सुषमा देवी भी मशरूम की बीज और मशरूम की उत्पादन कर दूसरी महिलाओ को भी मशरूम की उत्पादन करने के लिए प्रेरित कर रही है और अच्छी आमदनी भी कर रही है ।